हल्द्वानी- नैनीताल में यूकेडी नहीं कर पाएगी कांग्रेस और बीजेपी का मुकाबला, इतिहास के पन्नों में दर्ज होगी इस प्रत्याशी की कहानी

हल्द्वानी- न्यूज टुडे नेटवर्क: आज नामांकन के अंतिम दिन उत्तराखंड क्रान्ति दल के सांसद प्रत्याशी चौधरी विजय पाल सिंह अपना नामांकन पर्चा दाखिल नहीं कर सके। जिससे वह काफी निराश दिखे। इस दौरान उन्होंने बताया कि वकील के तीन मिनट देरी के कारण उनका नामांकन दाखिल नहीं हो सका। विजय पाल ने कहा कि वर्ष 2014
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हल्द्वानी- नैनीताल में यूकेडी नहीं कर पाएगी कांग्रेस और बीजेपी का मुकाबला, इतिहास के पन्नों में दर्ज होगी इस प्रत्याशी की कहानी

हल्द्वानी- न्यूज टुडे नेटवर्क: आज नामांकन के अंतिम दिन उत्तराखंड क्रान्ति दल के सांसद प्रत्याशी चौधरी विजय पाल सिंह अपना नामांकन पर्चा दाखिल नहीं कर सके। जिससे वह काफी निराश दिखे। इस दौरान उन्होंने बताया कि वकील के तीन मिनट देरी के कारण उनका नामांकन दाखिल नहीं हो सका। विजय पाल ने कहा कि वर्ष 2014 में भी उनके साथ इसी तरह का वाक्या हुआ था। जिसके लिए उन्होंने प्रदेश के मुखिया को जिम्मेदार ठहराया था।

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उन्होंने कहा कि ये ही कारण था कि प्रदेश मुखिया होने के बावजूद वह अपनी सीट नहीं जीत पाए थे। बता दें कि इससे पहले यूकेटी ने काशी सिंह ऐरी को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी की थी। लेकिन एन मौके पर ऐरी के मैदान छोड़ने के कारण विजय पाल को मैदान में उतारा गया। जिसके लिए पार्टी तैयार नहीं थी।

इस कारण नहीं भरा नामांकन

वही यूकेडी प्रवक्ता कार्तिक उपाध्याय ने नामांकन न होने का पूरा गुस्सा शीर्ष नेताओं के सर पर फोड़ा। उन्होंने कहा कि शीर्ष नेताओं की विफलता की वजह से आज हमारे प्रत्याशी का नामांकन नहीं हो पाया। बताया कि वह कल सुबह से पार्टी के चुनाव प्रभारी नारायण सिंह जंतवाल से फोन पर लगातार संपर्क करने की कोशिश कर रहे है, लेकिन उनका फोन बंद आ रहा है।

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उन्हें अपनी जिम्मेदारी का कोई अहसास नहीं है। जिसके कारण उनकी पार्टी कमजोर हुई है। वही यूकेडी के कार्यकर्ताओं इस लापरवाही को चिंता का विषय बताया। साथ ही कहा कि यही कारण है कि उनका दल बेहद कमजोर है और इसी कारण पार्टी का युवा संगठन आगे बढ़ने में असफल है।