उत्तराखंड- कैदियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारी कर रहा हल्द्वानी जेल प्रशासन, जाने क्यों खास है ये प्लान

हल्द्वानी उप कारागार में बंदियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का पुस्तकालय बनाया जाएगा। ऐसा देवभूमि के जेलों में सज़ा काट रहे कैदियों के पठन-पाठन से उनकी मानसिक स्थिति को सुधारने के नजरिये से किये जा रहा है। हालाकिं पुस्कालय बनाने का अभी केवल विचार किया गया है। कारागार की मिनी पुस्तकालय को उच्चीकृत करने के
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उत्तराखंड- कैदियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारी कर रहा हल्द्वानी जेल प्रशासन, जाने क्यों खास है ये प्लान

हल्द्वानी उप कारागार में बंदियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का पुस्तकालय बनाया जाएगा। ऐसा देवभूमि के जेलों में सज़ा काट रहे कैदियों के पठन-पाठन से उनकी मानसिक स्थिति को सुधारने के नजरिये से किये जा रहा है। हालाकिं पुस्कालय बनाने का अभी केवल विचार किया गया है। कारागार की मिनी पुस्तकालय को उच्चीकृत करने के लिए वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने भी अनुमति दे दी है।

ये किताबें होंगी शामिल

बता दें कि दुनिया में सबसे अधिक किताबें मैक्सिको जेल में हैं। लेकिन एक साल में उससे अधिक का लक्ष्य हल्द्वानी जेल पुस्तकालय के लिए रखा गया है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो गिनीज बुक द वर्ल्ड रिकार्ड में भी हल्द्वानी उप कारागार के पुस्तकालय का नाम दर्ज होगा। जेल अधीक्षक की माने तो पुस्तकालय में धर्म, अध्यात्म, समाज शास्त्र,

उत्तराखंड- कैदियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारी कर रहा हल्द्वानी जेल प्रशासन, जाने क्यों खास है ये प्लान

साहित्य, कला, सामान्य ज्ञान, विज्ञान और समसामयिक विषयों की किताबें रखी जाएंगी। ऐसा पहली बार नहीं है जब हल्द्वानी जेल में कैदियों के लिए कुछ बेहतर कार्य किये जा रहे है। इससे पूर्व भी उनकी सेहत से लेकर ज्ञान वर्धन के लिए अनेक प्रयास किये जा चुके है। उप कारागार में रेडियो कार्यक्रम की भी शुरूआत की गई है।