उत्तराखंड- जेलों से गैंग चला रहे बदमाशों की अब नहीं खैर, IG गढ़वाल ने बनाया ये मास्टर प्लान

अक्सर जेलों में बंद बदमाशों द्वारा जेल से गैंग चलाने की कहानी आपने बड़े या छोड़े पर्दे पर देखी होगी। जिसको देखकर आपके मन में भी ये विचार आता होगा कि आखिर जेल में रहकर इन गैगस्टरों का नेटवर्क पुलिस के नेटवर्क से ताकतवर कैसे बन जाता है। उत्तरप्रदेश में जेल में बंद खूंखार कैदियों
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उत्तराखंड- जेलों से गैंग चला रहे बदमाशों की अब नहीं खैर, IG गढ़वाल ने बनाया ये मास्टर प्लान

अक्सर जेलों में बंद बदमाशों द्वारा जेल से गैंग चलाने की कहानी आपने बड़े या छोड़े पर्दे पर देखी होगी। जिसको देखकर आपके मन में भी ये विचार आता होगा कि आखिर जेल में रहकर इन गैगस्टरों का नेटवर्क पुलिस के नेटवर्क से ताकतवर कैसे बन जाता है। उत्तरप्रदेश में जेल में बंद खूंखार कैदियों के नाम कई बड़ी घटनाओं से जुड़ा अक्सर सुनने मिलते है। वही हालात उत्तराखंड में भी कुछ सामान्य नहीं है। उत्तराखंड की जेलों में बंद कुछ बदमाश गैंग चला रहे हैं ऐसी सूचना प्रदेश के बड़े पुलिस अधिकारियों को मिली है।

इन जिलों में कैद कुख्यात बदमाश

यही कारण है कि ऐसी शिकायतों के बाद अब गढ़वाल रेंज आईजी अभिनव कुमार ने प्रदेश के सभी जिलों को ऐसे बंदियों को चिह्नित कर सूची बनाने के निर्देश दिए हैं। इन बदमाशों पर अलग से कानूनी कार्रवाई की जाएगी।उत्तराखंड की 11 जेलों में लगभग साढ़े पांच हजार कैदी बंद हैं। इनमें से लगभग 60 फीसदी से ज्यादा विचाराधीन हैं। हरिद्वार, देहरादून और पौड़ी की जेलों में कई कुख्यात बदमाश भी सजा काट रहे हैं।

उत्तराखंड- जेलों से गैंग चला रहे बदमाशों की अब नहीं खैर, IG गढ़वाल ने बनाया ये मास्टर प्लान

रुड़की जेल में पांच साल पहले गैंगवार का मामला सामने आया था। वहीं, 2014 में देहरादून जेल में बंद कुख्यात भूरा ने यहीं से भागने की योजना बनाई थी और फिर बागपत से सिपाहियों को धक्का देकर फरार हो गया था। आईजी गढ़वाल रेंज की माने तो कुछ कैदियों के लोगों को धमकाने और पैसे मांगने जैसी शिकायतें मिली हैं। ऐसे में जिला पुलिस को कुख्यात कैदियों को चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। जेलों के पीसीओ की कॉल डिटेल भी जांची जाएगी।