उत्तराखंड- इस जिले में बनेगा प्रदेश का पहला मगरमच्छ सफारी, इन प्रजातियों के मगरमच्छ बढ़ाएंगे पर्यटकों का एडवेंचर
उत्तराखंड वन विभाग कुमाऊं में सुरई वन रेंज में राज्य की पहली मगरमच्छ सफारी स्थापित करने की योजना बना रहा है। तराई-पूर्व वन प्रभाग के डीएफओ संदीप कुमार के अनुसार उधमसिंह नगर जिले के खटीमा क्षेत्र में सुरई रेंज के खकरा नाले में एक मगरमच्छ सफारी की योजना तैयार की जा रही हैं। इस योजना से मगरमच्छों के संरक्षण के साथ ही पर्यटकों को आकर्षित करके विभाग के राजस्व को भी बढ़ाया जाएगा।
खकरा में बढ़ गई मगरमच्छ की संख्या
वन अधिकारियों की माने तो सुरई रेंज में मगरमच्छ अच्छी संख्या में हैं, जिसको नज़र में रखकर ये प्रस्ताव तैयार किया गया है। बता दें कि जिस स्थान पर सफारी की योजना बनाई जा रही है, वह उधमसिंह नगर के खटीमा शहर से 12 किलो मीटर और उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में पीलीभीत टाइगर रिजर्व से 20 किलो मीटर दूर है। 2018 में हुई आखिरी गिनती में खकरा में 170 मगरमच्छ थे। अब उनकी संख्या वन अधिकारियों के अनुसार बढ़ गई है।
पर्यटकों के लिए बनाया जाएगा ट्रैक
खकरा नाले का 750 मीटर लंबा हिस्सा सफारी के लिए चूना गया है। इसके दोनों ओर बाड़ और दीवारें खड़ी की जाएंगी ताकि मगरमच्छ पर्यटकों को नुकसान न पहुँचाए। पर्यटक भी जानवर के बहुत करीब न जाएँ। पर्यटकों के लिए दोनों तरफ एक ट्रैक का निर्माण किया जाएगा। जहां भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहन पर्यटकों के लिए रखें जाएंगे।
विश्व में पाई जाती है 23 प्रजातियां
आपको बता दें कि सुरई रेंज 22,000 हेक्टेयर भूमि पर फैली हुई है। इसमें बहुत समृद्ध वनस्पति और जीव हैं। यहां पाये जाने वाले मगरमच्छ प्रजातियों में दो प्रजाती यानी मुगर मगरमच्छ और घड़ियाल मगरमच्छ है, जो कि विश्व में पाई जाने वाली मगरमच्छ की 23 प्रजातियों में से भारत की तीन प्रजातियों में शामिल है।