उत्तराखंड- राज्य कोविड-19 गाइडलाइंस के अनुसार ग्राफिक एरा ग्रुप कराएगा छात्रों की पढ़ाई, प्रो. कमल घनशाला ने किया ये ऐलान

ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सटिी व ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई फिलहाल ऑनलाइन जारी रहेगी। केवल पीएचडी कर रहे छात्रों की विश्वविद्यालय में अनुसंधान प्रयोगशाला का उपयोग करते रहेंगे। ऐसा कहना है ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला का। उनकी माने तो ग्राफिक एरा ग्रुप कोरोना संक्रमण को लेकर कोई भी
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उत्तराखंड- राज्य कोविड-19 गाइडलाइंस के अनुसार ग्राफिक एरा ग्रुप कराएगा छात्रों की पढ़ाई, प्रो. कमल घनशाला ने किया ये ऐलान

ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सटिी व ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई फिलहाल ऑनलाइन जारी रहेगी। केवल पीएचडी कर रहे छात्रों की विश्वविद्यालय में अनुसंधान प्रयोगशाला का उपयोग करते रहेंगे। ऐसा कहना है ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला का। उनकी माने तो ग्राफिक एरा ग्रुप कोरोना संक्रमण को लेकर कोई भी कोताही नहीं बरत रहा है। छात्रों की सुरक्षा को लेकर विश्वविद्यालय किसी तरह कोई समझौता नहीं करेगा।

उनकी माने तो छात्र- छात्राओं की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। कोरोना संक्रमण का खतरा अभी बरकरार है, इसे देखते हुए छात्रों की ऑफलाइन कक्षाओं को फिलहाल शुरू नहीं किया जा रहा है। पिछले दिनों स्नातक, स्नातकोत्तर के सभी प्रोफेशनल कोर्स की प्रयोगात्मक परीक्षा को असाइनमेंट के माध्यम से संपन्न करवाया गया है। ग्राफिक एरा ग्रुप ने लॉकडॉउन के दौरान भी नियमित अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन जारी रखा है।

राज्य कोविड-19 गाइडलाइंस के अनुसार होगी पढ़ाई

ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला बताते है कि छात्रों की प्रयोगात्मक व लिखित परीक्षा भी ऑनलाइन ली गई है। कोरोनाकाल में कोई भी छात्र व उनके अभिभावक विवि में दाखिले को आएं तो यह कोरोना संक्रमण की दृष्टि से खतरनाक हो सकता था। इसलिए विश्वविद्यालय ने दाखिला प्रकिया को भी ऑनलाइन मोड में संचालित किया है। जो इक्का-दुक्का छात्र विवि परिसर में आए उनका कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए दाखिला किया गया है।

प्रोफेसर घनशाला की माने तो ग्राफिक एरा डीम्ड व हिल विवि में फैकल्टी, स्टाफ व चुनिंदा पाठ्यक्रमों की ऑफलाइन पढ़ाई करने वाले छात्रों की नियमित थर्मल स्क्रीनिंग, पल्स रेट की जांच, आक्सीजन लेबल की जांच होती है। इसके बाद हाथ सैनिटाइज किए जाते हैं। मॉस्क का प्रयोग व शारीरिक दूरी नियम का पालन करने पर ही विवि परिसर में जाने की इजाजत दी जाती है। विवि की कोशिश है कि छात्रों की पढ़ाई बिना भय के निरंतर हो, इसके लिए फिलहाल ऑनलाइन बेस्ट माध्यम है। आगे कोविड-19 को लेकर राज्य स्तर पर जो भी गाइडलाइंस जारी होगी उसी के अनुरूप पढ़ाई होगी।