उत्तर प्रदेश- आगरा के टॉप पर्यटन स्थल, जानिए क्या है ताजमहल का इतिहास
आगरा के टॉप पर्यटन स्थल – उत्तर प्रदेश का एक मशहूर शहर है आगरा, जो ऐतिहासिक स्मारकों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यहां मौजूद स्मारक इस शहर का इतिहास बयां करते हैं। लोग सोचते हैं कि आगरा सिर्फ ताजमहल के लिए है लेकिन, यह एक उत्साही जगह है जो आपको भय में डाल देगा। आगरा महान अकबर की राजधानी थी। इस प्रकार, फारसी शैली से संबंधित यहां का आनंद लेने के लिए बहुत सारे स्थापत्य चमत्कार हैं। प्रतिष्ठित आगरा के टॉप पर्यटन स्थल विश्व आश्चर्य है, ताजमहल इसके अलावा, आप नदी में विभिन्न प्रकार के धार्मिक स्थलों, यमुना नदी और जल संबंधी गतिविधियों की कब्र मिल सकते हैं। देश की राजधानी दिल्ली से 200 किमी दूर उत्तरप्रदेश का शहर आगरा ताजमहल के लिए जाना जाता है। यहां स्थित ताजमहल के अलावा आगरा का किला और फतेहपुर सिकरी भी यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल है। आगरा का इतिहास 11वीं शताब्दी से मिलता है। गुजरते समय के साथ यहां हिन्दू और मुस्लिम दोनों शासकों ने शासन किया। इसलिए यहां दो तरह की संस्कृति का संगम देखने को मिलता है। जानिए आगरा के टॉप पर्यटन स्थल-
आगरा का इतिहास
1526 में मुगल बादशाह बाबर ने आगरा को राजधानी बनाया। इसके बाद यह 1658 तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रहा। मुगल शासकों को निर्माण में काफी रुचि थी। यही कारण है आगरा में कई सारे उत्कृष्ट निर्माण देखे जा सकते हैं। उस दौर में हर राजा ने अपने पूर्वजों से बेहतर करने के लिए भव्य मकबरे बनवाए।
इनमें सबसे पहले ताजमहल का नाम आता है, जिसका निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में करवाया था। आज ताजमहल पूरे विश्व में प्यार का प्रतीक बन चुका है। आगरा की सबसे बड़ी पहचान ताज महल है। यह विश्व के सात अजूबों में से एक है। आगरा में और भी कई सारे देखने लायक स्थल हैं। आज भी आगरा शहर देश-विदेश के सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। आज हम आपको ताज महल और आगरा के और दर्शनीय स्थल के बारे में जानकारी देंगे।
आगरा और आसपास के पर्यटन स्थल
ऐतिहासिक स्मारक और भवन आगरा के मुख्य आकर्षण हैं। ताजमहल के अलावा आप यमुना नदी के किनारे बने आगरा के किले और अकबर का मकबरा भी घूम सकते हैं। चीनी का रोजा, दीवान-ए-आम और दीवाने खास का भ्रमण करने पर हमें मुलग शासन की बारीकियों के बारे में पता चलता है। इसके अलावा एतमादुद दौला का मकबरा, मरियम जमानी का मकबरा, जसवंत की छतरी, चौसठ खंभा और ताज संग्राहालय घूमना भी अच्छा अनुभव साबित हो सकता है।
ताज महल
ताजमहल की कहानी तो हर कोई जानता है, एक विशाल सफेद मकबरा जो कि अपने विशाल गौरव को लिए खड़ा है। मुगल सम्राट शाहजहां के आदेश पर 1631 से 1648 के बीच अपनी प्यारी पत्नी मुमताज महल की याद में ताज महल बनाया गया था। जिनकी कब्र ताजमहल के निचले हिस्से में स्थित है। बाद में शाहजहां की मृत्यु के बाद उनकी कब्र भी यहीं बनवायी गयी। यह जगह न केवल भारत से बल्कि दुनिया भर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। पूर्णिमा की रातों में ताज की भव्यता देखने के लिए विशेष अनुमति की आवश्यकता होती है।
आगरा का किला
ताजमहल से तीन किमी. दूर यमुना नदी के तट पर आगरा का किला बना हुआ है जिसका निर्माण मुगल सम्राट अकबर ने सन 1565 और 1571 के बीच आगरा किला सम्राट अकबर द्वारा बनवाया गया था। सैन्य उद्देश्यों के लिए बनवाया गया ये किला बाद में महल के रुप में इस्तेमाल किया जाने लगा। अपनी अनूठी वास्तुकला के कारण ये किला विश्व विरासत में शामिल किया गया है। यह 1631 तक मुगल राजवंश सम्राटों का मुख्य निवास रहा।
राम बाग – 1528 में सम्राट बाबर द्वारा बनाए गए सबसे पुराने बगीचों में से एक यह उद्यान अराम बाग के रूप में भी जाना जाता रहा है|
जामा मस्जिद – आगरा किले के ठीक सामने स्थित जामा मस्जिद 1648 में शाहजहाँ ने अपनी पसंदीदा बेटी राजकुमारी जहांआरा बेगम के लिए बनवाया था।
मेहताब बाग – बादशाह बाबर द्वारा बनवाया गया ये बाग 1652 ई. में बाढ़ से बर्बाद हो गया था जिसे 1996 में पुर्ननिर्मित किया गया। इस सुन्दर बगीचे के बीच में एक विशाल अष्टकोणीय पानी का तालाब है जहाँ चांदनी रात में ताज का प्रतिबिम्ब दिखाई देता है इसलिए इस बगीचे का नाम मूनलाइट गार्डन पड़ गया।
फतेहपुर सीकरी – आगरा से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित इस शहर को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल का दर्जा प्राप्त है। फतेहपुर सीकरी हिन्दू और मुस्लिम वास्तुशिल्प के मिश्रण का सबसे बेहतरीन उदाहरण है।इस दीवार वाले शहर के निर्माण में पूरे 15 साल लगे और इस परिसर में कई शाही महल, हरम, अदालतें और मस्जिदें शामिल थी। यहाँ की सबसे ऊँची इमारत बुलंद दरवाजा है जिसकी ऊंचाई जमीन से 280 फुट है।
गुरुद्वारा (गुरु का ताल)
आगरा शहर में बहुत सारे ऐतिहासिक स्थल है, उन्हीं ऐतिहासिक स्थलों में से एक है यहां का खास गुरुद्वारा गुरु का ताल। आगरा दिल्ली मार्ग पर सिकंदरा के नजदीक है गुरुद्वारा गुरु का ताल। यहां सिखों के गुरु श्री तेग बहादुर के चरण पड़े थे। गुरु तेग बहादुर जी ने यहां पर अपनी गिरफ्तारी दी थी, और ये स्थल उनकी शहादत से जुड़ा हुआ है। गुरुद्वारे में 24 घंटे लंगर चलता है। गुरुद्वारा गुरु का ताल में ही भौरा साहिब जी भी हैं। यहां एक गुफा भी है, जहां 24 घंटे गुरु ग्रंथ साहिब जी का पाठ चलता रहता है। इसके दर्शन मात्र से कष्ट दूर हो जाते हैं।
सिकंदरा मकबरा
आगरा से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है सिकंदरा। इस जगह की खास बात यह है कि यहां पर स्थित है अकबर का मकबरा। यह मकबरा आठ साल में बनकर तैयार हुआ था, जिसका निर्माण खुद अकबर ने 1605 में शुरू करवाया था। बाद में 1613 से में इसे अकबर के बेटे जहांगीर ने पूरा करवाया। इस मकबरे की खासियत इसका बुलंद दरवाजा है और इसमें संगमरमर से बनी हुई चार मीनारें हैं। दरवाजे से होकर एक चौड़ा रास्ता मकबरे तक जाता है। यह मकबरा 119 एकड़ में फैला हुआ है। इस मकबरे में आपको ईसाई, इस्लामिक हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म का सर्वोत्तम मिश्रण देखने को मिलेगा।
आगरा घूमने का सबसे अच्छा समय
अक्टूबर से मार्च के बीच आगरा घूमना सबसे अच्छा माना जाता है।
आगरा कैसे पहुंचे
आगरा हवाई, रेल और सडक़ मार्ग से अच्छे से जुड़ा हुआ है।
एयरवे से- आगरा हवाई अड्डे शहर के केंद्रीय के लिए इसकी विशिष्टता प्राप्त है। आपको सिटी सेंट्रल तक पहुंचने के लिए हवाई अड्डे से 7 किलोमीटर की दूरी पर ड्राइव करना होगा। घरेलू हवाई अड्डा शहर को भारत के दूसरे प्रमुख शहरों में जोड़ता है।
रेलवे द्वारा- रेलवे आगरा में यात्रा और पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। देश के अन्य सभी कोनों से आगरा चलने वाली कई ट्रेनें हैं। आगरा स्टेशन को सामान्यत: आगरा कैंटमेंट के नाम से जाना जाता है।
सडक़ मार्ग से- आगरा दिल्ली से 204 किलोमीटर, भारत का केंद्र है और दिल्ली से आगरा जाने के लिए 4 घंटे लगेंगे। यदि आप बस से आते हैं, तो आप आगरा फोर्ट टर्मिनस या इदगाह बस टर्मिनस तक पहुंचने की संभावना रखते हैं। आपको वोल्वो डिब्बे, टैक्सी और अन्य वाहन मिलेंगे।