नगर निगम में हंगामा, दो महिला पार्षदों ने एक-दूसरे को मारे थप्पड़

Dehradun News-नगर निगम में उस समय हंगामा हो गया जब दो महिला पार्षद आपस में भिड़ गई। बताया जा रहा है कि मामला नगर निगम में कार्यकारिणी चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत में ही टिकट को लेकर कांग्रेस की दो महिला पार्षदों में मारपीट का है। सदन में महापौर सुनील उनियाल गामा की मौजूदगी में दोनों
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नगर निगम में हंगामा, दो महिला पार्षदों ने एक-दूसरे को मारे थप्पड़

Dehradun News-नगर निगम में उस समय हंगामा हो गया जब दो महिला पार्षद आपस में भिड़ गई। बताया जा रहा है कि मामला नगर निगम में कार्यकारिणी चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत में ही टिकट को लेकर कांग्रेस की दो महिला पार्षदों में मारपीट का है। सदन में महापौर सुनील उनियाल गामा की मौजूदगी में दोनों पार्षदों ने एक-दूसरे को थप्पड़ मारे, जिससे सदन में जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के बाद करीब आधे घंटे रोकनी पड़ी और महापौर ने दोनों पार्षदों को कक्ष में बुलाकर कड़ी चेतावनी दी।

नगर निगम में हंगामा, दो महिला पार्षदों ने एक-दूसरे को मारे थप्पड़

दोनों का टिकट कटा

घटना का खामियाजा दोनों पार्षदों को भुगतना पड़ा। कांग्रेस ने दोनों पार्षदों का कार्यकारिणी चुनाव से पत्ता काटकर दूसरे पार्षदों को टिकट थमा दिया। चुनाव निर्विरोध संपन्न हुए, जिसमें भाजपा के दस व कांग्रेस के दो सदस्य चुने गए। बताया जा रहा हंै कि सुबह प्रक्रिया शुरू होने के बाद तक कांग्रेस नाम तय नहीं कर सकी। इसी बीच यमुना कालोनी से कांग्रेसी पार्षद सुमित्रा ध्यानी और बल्लूपुर से पार्षद कोमल बोहरा के बीच मारपीट हो गई। दोनों में जमकर थप्पड़ चले। इस बीच दूसरे पार्षदों ने बीच-बचाव कर उन्हें अलग किया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस इन दोनों में से एक को टिकट देना चाह रही थी। मारपीट जैसी घटना के बाद पार्टी हाईकमान ने सुमित्रा और कोमल के टिकट काटकर उर्मिला थापा एवं राजेश परमार के टिकट फाइनल कर दिए। इसके बाद शांतिपूर्ण तरीके से कार्यकारिणी निर्विरोध चुन ली गई। महिला पार्षद सुमित्रा ध्यानी और कोमल बोहरा के बीच आठ जनवरी की शाम कांग्रेस भवन में टिकट को लेकर बुलाई गई बैठक से ही तनातनी चल रही थी। जिसके बाद अगले दिन दोनों भिड़ गये।

दोनों ने लगाये एक-दूसरे पर आरोप

इस पर कोमल बोहरा ने पर्ची के जरिए दो नाम तय करने को कहा। सूत्रों के मुताबिक इसे लेकर सुमित्रा ध्यानी अड़ गईं व उनका टिकट कन्फर्म करने को कहा। इसी दौरान सुमित्रा व कोमल में विवाद हो गया। वहां तो मामला शांत हो गयाए लेकिन अगले दिन सुबह एक.दूसरे के सामने आते ही दोनों में मारपीट हो गई। हंगामे की सूचना पर कांग्रेस के पूर्व विधायक राजकुमार और महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा भी निगम पहुंच गए और दोनों पार्षदों के टिकट काट दिए। कोमल बोहरा का कहना है कि मैनें उन्हें सीट पर बैठने को कहा तो बेवजह वे नाराज हो गईं। मुझे भला-बुरा कहा और फिर मेरी सीट पर बैठ गईं। जब मैनें अपनी सीट से हटने को बोला तो उन्होंने हाथापाई शुरू कर दी। मैनें पार्टी आलाकमान से इस संबंध में शिकायत की है। सुमित्रा ध्यानी का कहना है कि मेरा किसी से विवाद नहीं हुआ। मुझ पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। मुझे ज्यादा कुछ नहीं कहना।