यूपी: बदायूं के रहने वाले यह आईपीएस बने उत्तराखण्ड आईपीएस एसोसिएशन के सचिव, कौन हैं वो, जानें इस खबर में…

न्यूज टुडे नेटवर्क, बरेली/बदायूं। यूपी के बदायूं जिले के निवासी आईपीएस केवल खुराना पड़ोसी राज्य उत्तराखण्ड में आईपीएस एसोसिएशन के सचिव बनाए गए हैं। इस उपलब्धि के लिए गृह जनपद बदायूं में उनके आवास पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड में आयोजित एक बैठक में आई.पी.एस. एसोसिएशन के नए
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यूपी: बदायूं के रहने वाले यह आईपीएस बने उत्तराखण्ड आईपीएस एसोसिएशन के सचिव, कौन हैं वो, जानें इस खबर में…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क, बरेली/बदायूं। यूपी के बदायूं जिले के निवासी आईपीएस केवल खुराना पड़ोसी राज्‍य उत्‍तराखण्‍ड में आईपीएस एसोसिएशन के सचिव बनाए गए हैं। इस उपलब्‍धि के लिए गृह जनपद बदायूं में उनके आवास पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड में आयोजित एक बैठक में आई.पी.एस. एसोसिएशन के नए पदाधिकारियों का चयन किया गया। बैठक में एसोसिएशन के सदस्यों की सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद के लिए आईपीएस अभिनव कुमार और सचिव पद के लिए यातायात निदेशक केवल खुराना को उत्‍तराखण्‍ड आईपीएस एसोसिएशन के सचिव पद का दायित्‍व सौंपा गया है। बदायूँ निवासी तेज तर्रार अधिकारी यातायात निदेशक केवल खुराना आई.पी.एस. को एसोसिएशन के सचिव पद का दायित्व सौंपे जाने पर बदायूं में भी खुशी का माहौल है।

गौरतलब है कि उत्‍तराखण्‍ड के वरिष्‍ठ आईपीएस केवल खुराना बदायूं के साहित्यकार अशोक खुराना के सुपुत्र हैं। जो 2004 बैच के आई.पी.एस. अधिकारी हैं। केवल खुराना अपनी ईमानदारी और तेज़ तर्रारी के लिए जाने जाते हैं। उन्होने अपनी प्रारम्मिक शिक्षा अपने शहर बदायूं में ही प्राप्त की है। वह अपने निजी जीवन में भी ईमानदार व सांस्‍कारिक व्यवहार के स्वामी हैं।

उन्हें साहित्य में भी बेहद रूचि है। उनकी एक पुस्तक ’तुम आओगे ना’ के नाम से प्रकाशित हो चुकी है। टी-सीरीज़ द्वारा उनकी कुछ गज़लों व गीतों को संगीतबद्ध भी किया जा चुका है। बदायूं के युवाओं के लिए केवल खुराना एक आदर्श के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने यातायात निदेशक के पद पर रहते हुए यातायात संबंधित अनेक जनहित के कार्यों को अंजाम दिया है।

एक साक्षात्कार में उनका कहना है कि सड़क दुर्घटनाओं के शुरूआती कुछ मिनटों में ही घायल को इलाज मिलना जरूरी है। यदि कोई सड़क दुर्घटना घटित होती है तो जनसामान्य घायल की मदद के लिए तुरन्त सामने आएं। ऐसा करके उत्तराखण्ड के लोग पुण्य के साथ-साथ एक लाख रूपये तक का पुरुस्कार भी पा सकते हैं। उनका कहना है कि ऐसे लोगों को हर तीसरे माह जिला स्तर पर सर्टिफिकेट और नगद धनराशि देकर सम्मानित किया जाएगा। आईपीएस एसोसिएशन के सचिव पद पर केवल खुराना को मनोनीत किए जाने पर बदायूं वासियों ने हर्ष व्यक्त किया है।