यूपी: मुरादाबाद में कोरोना वैक्सीन लगने के बाद वार्ड ब्वाय की अचानक मौत पर परिजनों ने लगाया ये गंभीर आरोप…

न्यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के मुरादाबाद जिले में कोरोना का टीका लगने के एक दिन बाद ही एक बार्ड ब्वाय की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन लगने के 24 घंटे बाद ही उसकी हालत खराब होने लगी। आनन फानन में उसे उचचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां
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यूपी: मुरादाबाद में कोरोना वैक्सीन लगने के बाद वार्ड ब्वाय की अचानक मौत पर परिजनों ने लगाया ये गंभीर आरोप…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के मुरादाबाद जिले में कोरोना का टीका लगने के एक दिन बाद ही एक बार्ड ब्‍वाय की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कोरोना वैक्‍सीन लगने के 24 घंटे बाद ही उसकी हालत खराब होने लगी। आनन फानन में उसे उचचार के लिए अस्‍पताल में भर्ती कराया गया जहां कुछ समय बाद ही उसकी मौत हो गई। परिजनों ने कोविड वैक्‍सीन से इंफेक्‍शन का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि शनिवार को उसे अस्‍पताल में कोरोना वैक्‍सीन लगाई गई थी उसी के बाद उसकी  हालत बिगड़ी है।

उधर सीएमओ एमसी गर्ग ने परिजनों के आरोप को खारिज करते हुए मेडिकल रिपोर्ट में कहा है कि वार्ड ब्‍वाय की मौत हार्ट अटैक से हुई है। सीएमओ ने कहा कि कोरोना वैक्‍सीन से किसी की मौत नहीं हो सकती। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, महिपाल की मौत हार्ट अटैक से हुई है।

दरअसल 16 जनवरी को पूरे भारत में कोविड-19 वैक्सीन के टीकाकरण की शुरुआत हुई थी। मुरादाबाद जिला अस्पताल में भी स्वास्थ कर्मचारियों को वैक्सीन का टीका लगाया गया था। जिला अस्पताल में वार्ड बॉय पद पर तैनात महिपाल सिंह ने भी 16 जनवरी को 12 बजे करीब कोविड वैक्सीन का टीका लगवाया था। जिसके बाद बेटे को अस्पताल बुलाकर घर वापस आ गए। उसी रात में इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी भी की थी। रविवार को ड्यूटी से घर वापस आने के बाद अचानक महिपाल की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद महिपाल को जिला अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया।

उधर परिजनों का आरोप है कि कोरोना वैक्सीन की वजह से ही महिपाल की हालत बिगड़ी और मौत हो गई। ड्यूटी करके घर वापस आए तो तबीयत खराब थी। मृतक महिपाल के बेटे विशाल ने बताया कि जब सुबह पिता अस्पताल में ड्यूटी कर घर वापस आए तो उनकी तबीयत खराब थी। मैं घर पर नहीं था। मेरे पास फोन आया कि पापा की तबीयत बहुत खराब है। परिवार वाले उनको जिला अस्पताल ले गए जहां उनकी मृत्यु हो गई। पापा को निमोनिया थी। उनकी सांस फूल रही थी।