यूपी के मोबाइल नंबरों से जासूसी के शक में दो चीनी नागरिक गिरफ्तार, ऐसे कर रहे थे नंबरों का इस्तेमाल

न्यूज़ टुडे नेटवर्क, लखनऊ। यूपी के प्रीएक्टीवेटेड मोबाइल नंबरों से चीन से व्हाट्सएप नियंत्रित करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यूपी एटीएस ने एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा कर दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया। तीन अन्य की तलाश में जांच एजेंसी गुड़गांव में जमी हुई हैं। आरोपियों के जरिए चीन के जासूसी करने
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यूपी के मोबाइल नंबरों से जासूसी के शक में दो चीनी नागरिक गिरफ्तार, ऐसे कर रहे थे नंबरों का इस्तेमाल

न्यूज़ टुडे नेटवर्क, लखनऊ। यूपी के प्रीएक्टीवेटेड मोबाइल नंबरों से चीन से व्हाट्सएप नियंत्रित करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यूपी एटीएस ने एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा कर दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया। तीन अन्य की तलाश में जांच एजेंसी गुड़गांव में जमी हुई हैं। आरोपियों के जरिए चीन के जासूसी करने की आशंका है।

यह खुलासा दूसरे के नाम पर लिए गए सिम से ऑनलाइन बैंक खाते खोलकर मिनटों में हुए लेनदेन की जांच में हुआ है।
यूपी से जारी एक्टिवेट सिम का इस्तेमाल कौन और क्यों कर रहा था इसकी भी जांच चल रही है। अपर महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि साइबर फ्रॉड के इस मामले में पिछले दिनों 14 लोगों सहित दो विदेशी नागरिकों की भूमिका सामने आई थी। उन्हें शनिवार रात नोएडा से गिरफ्तार किया गया। उनके नाम जू जुंफू व ली टेंग हैं। दोनों बिजनेस वीजा पर भारत आए थे और बीते साल दोनों की वीजा अवधि समाप्त हो गई। दोनों के खिलाफ पूर्व में भी रेड व ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी हुआ था।

वीचैट से मंगाया जाता था ओटीपी

आरोपियों को 1000 से भी अधिक एक्टिवेट सिम दिए गए हैं। 150 नंबरों पर वी चैट से चीन से ओटीपी मंगाया जाता था। चीन में बैठे व्यक्ति ने इन नंबरों पर व्हाट्सएप कहां एक्टिवेट कराया, यह पता लगाया जा रहा है क्योंकि चीन में व्हाट्सएप पर प्रतिबंध है या तो पाकिस्तान में व्हाट्सएप एक्टिवेट कराए जा रहे हैं या फिर चीन खुद जासूसी कर रहा है। दिल्ली व आसपास के जिलों में मिले प्री एक्टिवेटेड सिम को वे गुड़गांव के एक होटल मालिक को उपलब्ध कराते थे। वह भी चीनी है। होटल मालिक, उसकी पत्नी व होटल के चीनी मैनेजर की तलाश में दबिश दी जा रही है।