एक तरफा प्या‍र में दो लड़कों ने दिया था उन्नाव की जघन्य घटना को अंजाम, पुलिस जल्द करेगी खुलासा

न्यूज टुडे नेटवर्क। उन्नाव केस में दो लड़कों को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। एक आरोपी नाबालिग है। पुलिस अफसरों ने बताया कि एक तरफा प्यार में दोनों लड़कों ने जघन्य वारदात को अंजाम दे दिया। तीनों लड़कियां दोनों लड़कों को पहले से जानती थीं। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने उन्हें गेहूं
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एक तरफा प्या‍र में दो लड़कों ने दिया था उन्नाव की जघन्य  घटना को अंजाम, पुलिस जल्द करेगी खुलासा

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। उन्‍नाव केस में दो लड़कों को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। एक आरोपी नाबालिग है। पुलिस अफसरों ने बताया कि एक तरफा प्‍यार में दोनों लड़कों ने जघन्‍य वारदात को अंजाम दे दिया। तीनों लड़कियां दोनों लड़कों को पहले से जानती थीं। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने उन्हें गेहूं में रखने वाली दवा खिलाई थी। सूत्रों की मानें तो दोनों आरोपी बेहोशी हालत में संबंध बनाना चाहते थे। IG रेंज लक्ष्मी सिंह कुछ ही देर में पूरे प्रकरण का खुलासा करने वाली है।

पुलिस के अनुसार आरोपी विनय ने प्यार का प्रस्ताव ठुकराने के बाद एक युवती के लिए पानी की बोतल में कीटनाशक मिलाया था। लेकिन तीनों लड़कियों ने पानी पी लिया। जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ी और वे खेत में गिर गई थीं। मुख्य आरोपी विनय ने अपना जुर्म कबूल लिया है। एक नाबालिग आरोपी में घटना के वक्त उसके साथ था। सीडीआर रिपोर्ट में विनय के घटनास्थल पर होने की पुष्टि हुई है।

बबुरहा गांव में 17 फरवरी की शाम काजल, कोमल और रोशनी संदेहास्पद परिस्थितियों में खेत में मिली थीं। काजल और कोमल की मौत हो गई है। रोशनी की हालत नाजुक है। उसका इलाज कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में चल रहा है। काजल के पिता ने घटना के 18 घंटे बाद गुरुवार को असोहा थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पॉइजनिंग की पुष्टि हुई थी।

राजधानी लखनऊ से लगभग 100 KM दूर उन्नाव जिले के आखिरी छोर पर बसा बबुरहा गांव अचानक सुर्खियों में आ गया है। बीते बुधवार की रात यहां एक दलित परिवार की दो नाबालिग लड़कियों के शव खेत में मिले थे, जबकि तीसरी लड़की की हालत बेहद नाजुक है। वह कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में मौत से जंग लड़ रही है। ये लड़कियां रिश्ते में बुआ-भतीजी थीं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पॉइजनिंग की पुष्टि हुई है, लेकिन तीनों ने खुद जहर खाया या खिलाया गया, यह अभी भी एक बड़ा सवाल है।

प्रशासन ने मृत लड़कियों के अंतिम संस्कार के लिए गुरुवार की शाम JCB बुला लिया था। प्रशासन ने रात में ही शवों को दफन करने के लिए प्लान बनाया था। लेकिन इसका ग्रामीणों और सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। रात में जब पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके परिवार को सौंपा गया तो उन्होंने अगली सुबह तक के लिए अंतिम संस्कार टाल दिया।

तनाव को भांपते हुए आखिरकार प्रशासन ने बैकफुट पर आकर JCB गांव के बाहर खड़ी करा दी थी। बता दें कि हाथरस में एक युवती की मौत के बाद प्रशासन ने रात में ही उसका जबरन अंतिम संस्कार करा दिया था। गांव वालों को भी शक था कि यहां भी प्रशासन हाथरस जैसा बर्ताव कर सकता है।