उत्तराखंड क्रिकेट-कोच जाफर के इस्तीफे को लेकर त्रिवेंद्र रावत ने दिए जांच के आदेश

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड क्रिकेट संघ (सीएयू) के कोच पद से इस्तीफा देने वाले वसीम जाफर के मामले में जांच का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक दर्शन सिंह रावत के अनुसार सीएयू के कुछ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को पूरे मामले से अवगत कराने के बाद सीएम रावत ने जांच के आदेश
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उत्तराखंड क्रिकेट-कोच जाफर के इस्तीफे को लेकर त्रिवेंद्र रावत ने दिए जांच के आदेश

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड क्रिकेट संघ (सीएयू) के कोच पद से इस्तीफा देने वाले वसीम जाफर के मामले में जांच का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक दर्शन सिंह रावत के अनुसार सीएयू के कुछ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को पूरे मामले से अवगत कराने के बाद सीएम रावत ने जांच के आदेश दिए हैं.जांच रिपोर्ट आने के बाद सीएम की ओर से आवश्यक कार्रवाई होगी।रावत ने रविवार शाम देहरादून में अपने आधिकारिक निवास पर सीएयू के अधिकारियों से मुलाकात की थी।

कांग्रेस का भाजपा सरकार पर खेल को सांप्रदायिक करने का लगाया आरोप
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि अगर सीएयू ने योग्यता या अयोग्या के आधार पर जाफर की कोचिंग पर आपत्ति जताई होती तो कोई सवाल नहीं उठता। लेकिन उन पर सांप्रदायिक आरोप लगाना स्वीकार नहीं किया जा सकता है। भाजपा के शासन में खेल भी सांप्रदायिक हो रहा है। यह उत्तराखंड के क्रिकेट के लिए ठीक नहीं है।

इस मामले में राहुल गाँधी ने भी ट्वीट करके लिखा पिछले कुछ वर्षों में नफरत इतनी ज्यादा बढ़ी है कि उसने हमारे प्यारे खेल क्रिकेट को भी अपनी आगोश में ले लिया है। भारत हम सभी का है, इस एकता को बांटने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए। इस ट्वीट में राहुल ने किसी व्यक्ति या संगठन का नाम नहीं लिया था।

क्या था पूरा मामला
आठ फरवरी को वसीम जाफर ने यह कहकर इस्तीफा दे दिया कि सिलेक्टर और सेक्रेटरी सिलेक्शन में भेदभाव करते हैं और कम क्षमतावान खिलाड़ी को मौका दे रहे हैं। उन्होंने लिखा कि अगर इस प्रकार क्रिकेट एसोसिएशन मेरे काम में हस्तक्षेप करेगी और टीम हित में मुझे सही फैसले नहीं लेने देगी तो मेरा इस पद पर बने रहने का कोई मतलब नहीं है। दूसरी तरफ सीएयू सेक्रेटरी माहिम वर्मा ने जाफर एक विशेष समुदाय के खिलाड़ियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि शुक्रवार की नमाज के लिए खिलाड़ियों के बीच एक मुस्लिम मौलवी लाए थे. जाफर ने इस बात से इनकार किया और कहा कि मामले को सांप्रदायिक रंग देना दुखद है।