पूर्वोत्तर, मध्य जापान में हुई मूसलाधार बारिश

टोक्यो, 4 अगस्त (आईएएनएस)। पूर्वोत्तर और मध्य जापान के क्षेत्रों में गुरुवार को मूसलाधार बारिश हुई, यामागाटा और निगाटा प्रांत में स्थानीय अधिकारियों ने निवासियों से शरण लेने का आग्रह किया।
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पूर्वोत्तर, मध्य जापान में हुई मूसलाधार बारिश टोक्यो, 4 अगस्त (आईएएनएस)। पूर्वोत्तर और मध्य जापान के क्षेत्रों में गुरुवार को मूसलाधार बारिश हुई, यामागाटा और निगाटा प्रांत में स्थानीय अधिकारियों ने निवासियों से शरण लेने का आग्रह किया।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) ने यामागाटा में छह नगर पालिकाओं के लिए देश के आपदा चेतावनी पैमाने पर उच्चतम स्तर 5 अलर्ट जारी किया था, लेकिन तब से चेतावनी को डाउनग्रेड कर दिया है।

जेएमए ने कहा, हालांकि, निगाटा प्रांत के लिए आपातकालीन चेतावनी अभी भी प्रभावी है।

यामागाटा में स्थानीय अधिकारियों ने यह भी कहा है कि, मोगामी नदी के किनारे फटने के कारण व्यापक बाढ़ आई है।

जापान की फायर एंड डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी ने कहा कि यामागाटा में करीब 30,000 लोगों से बुधवार रात तक अपने घरों को खाली करने का आग्रह किया गया।

स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यामागाटा और निगाता स्थित अधिकारियों ने कहा कि घरों में पानी भर गया, कारें जलमग्न हो गईं, सड़कें जलमग्न हो गईं और कुछ प्रभावित कस्बों और शहरों में पानी की आपूर्ति बंद हो गई।

मीडिया अकाउंट के अनुसार, यामागाटा में एक पुल कथित तौर पर गिर गया और एक कार जलप्रलय में बह गई।

मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि फुकुशिमा प्रान्त में भी व्यापक बाढ़ का अनुभव हुआ, स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि घरों और सड़कों पर भी पानी भर गया है।

पूर्वी जापान रेलवे कंपनी ने कहा कि वह मूसलाधार बारिश के कारण फुकुशिमा और यामागाटा के शिंजो के बीच गुरुवार को अपनी शिंकानसेन बुलेट ट्रेन सेवा को निलंबित कर देगी।

मौसम एजेंसी ने कहा कि दक्षिणी तोहोकू क्षेत्र और निगाटा प्रांत में गुरुवार दोपहर तक और भारी बारिश होने की संभावना है।

इसने इशिकावा और फुकुई प्रीफेक्च र के केंद्रीय प्रीफेक्च र के लिए रिकॉर्ड प्रति घंटा बारिश का नोटिस भी जारी किया है।

स्थानीय मीडिया ने बताया कि इशिकावा प्रीफेक्चुरल सरकार ने क्षेत्र के चार शहरों में भूस्खलन की चेतावनी दी है।

मौसम अधिकारियों ने लोगों से प्रभावित क्षेत्रों में भूस्खलन, नदियों में सूजन और बाढ़ के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया है।

--आईएएनएस

पीजेएस/एसजीके