आज धूमधाम से मनाया जा रहा है क्रिसमस पर्व, दूधिया रोशनी से नहाए गिरिजाघर

न्यूज टुडे नेटवर्क। प्रेम और शांति का प्रतीक क्रिसमस का त्यौहार आज देश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। मसीही समाज पूरी शिद्दत और लगन के साथ यह त्यौहार मना रहा है। घरों में आकर्षक सजावट की गई है। गिरिजाघरों को बहुत ही आकर्षक और सुन्दर ढंग से सजाया गया है। यूपी के
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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। प्रेम और शांति का प्रतीक क्रिसमस का त्‍यौहार आज देश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। मसीही समाज पूरी शिद्दत और लगन के साथ यह त्‍यौहार मना रहा है। घरों में आकर्षक सजावट की गई है। गिरिजाघरों को बहुत ही आकर्षक और सुन्‍दर ढंग से सजाया गया है।

यूपी के बरेली में प्राचीनतम और बेहद लोकप्रिय मैथोडिस्‍ट चर्च को बेहद आकर्षक तरीके से सजाया गया है। क्रिसमस की पूर्व संध्‍या पर यह चर्च जगमग रोशनी से नहाता हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रहा था। मैथोडिस्‍ट चर्च में प्रभु यीशु के जीवन पर आधारित बेहद सुन्‍दर और आकर्षक झांकियों को सजाया गया है। यह झांकियां यहां प्रमुख आकर्षण का केन्‍द्र बनी हुई हैं। क्रिसमस की पूर्व संध्‍या पर चर्च में तमाम लोगों ने पहुंचकर क्रिसमस को सेलिब्रेट किया।

वहीं बरेली के कैंट एरिया में स्‍थित सेंट अल्‍फोंसस कैथेड्रल चर्च में क्रिसमस की पूर्व संध्‍या पर नजारा देखने लायक था। पूरा चर्च आकर्षक लाइटों, झालरों और रंगीन सजावट से जगमग हो रहा था। सेंटअल्‍फोंसस चर्च में प्रभु यीशु के जीवन को दर्शाती झांकियां एकबारगी देखने में लग रहा है कि अभी यह जीवंत हो उठेंगी। नजारा बेहद सुन्‍दर और देखने लायक है।

आज सुबह आठ बजे से चर्चों में प्रार्थना सभा का आयेाजन किया गया। इस दौरान प्रभु यीशू के जीवन और उनके बलिदान के बारे में विस्‍तार से बताकर आराधना की गई। हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण इस बार क्रिसमस मेलों का आयेाजन नहीं किया गया है। चर्च में भी अधिक संख्‍या में लोग मौजूद नहीं रहे। अधिकतर चर्च में पंजीकरण के जरिए प्रार्थना सभा में मौजूद रहने वालों की सूची तैयार की गई है। आज शाम को क्रिसमस का प्रमुख आयोजन गिरिजाघरों में आयोजित किया जाएगा।

तमाम चर्चों में सुबह की प्रार्थना सभा से लेकर विभिन्‍न प्रमुख आयोजनों का आनलाइन प्रसारण किया जा रहा है। सुबह से गिरिजाघरों में मसीही समाज के लोग एकत्र हुए। परंपरागत गीतों को गाकर प्रभु यीशु को याद किया। फादर ने प्रभु यीशु के बलिदान की अमर गाथा सुनाई इसके बाद मैरी क्रिसमस का परंपरागत गीत गाकर सभी ने एक दूसरे को हैप्‍पी क्रिसमस कहा।