2019 में इस तरह तबाह हो जाएगी दुनिया, इस बड़े भविष्यकर्ता ने किया बड़ा खुलासा!
नई दिल्ली-न्यूज टुडे नेटवर्क : 2019 आपके लिए परेशान करने वाली खबर है। मशहूर फ्रेंच भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस के अनुसार विश्व युद्ध शुरू हो सकता है। नास्त्रेदमस ने तानाशाह हिटलर और अमेरिका में 9/11 हमलों को लेकर जो भविष्यवाणी की थी वह सही निकली थी। हालांकि, 1999 में धरीत तबाह होने की भविष्यवाणी पूरी तरह से गलत भी रही।
शीतलहर से मैदानी इलाके सिहर सकते हैं। कुल मिलाकर, नए साल का आगाज आकस्मिक आपदाओं की चुनौतियों से हो सकता है। नववर्ष 2019 का आरंभिक माह प्राकृतिक आपदाओं से भरा हो सकता है. वैश्विक स्तर पर उत्तरी गोलार्ध में बड़े भूकंप आने की आशंका है। ज्वालामुखी सक्रिय हो सकते हैं। समुद्र से उठने वाले चक्रवात भीषण हो सकते है।
प्राकृतिक घटनाओं की आशंका
नास्त्रेदमस के मुताबिक, सौरमंडल के ग्रहों एवं अन्य परिवर्तनों का गहरा प्रभाव पृथ्वी पर पड़ता है। सामान्य दिनों में भी पूर्णिमा और अमावस्या के दौरान समुद्र में ज्वार-भाटा निर्मित होते हैं। वर्तमान में राहु-केतु का संचार कर्क और मकर राशि में हो रहा है। विश्व में सर्वाधिक आबादी घनत्व कर्क रेखा क्षेत्र में ही है। इसमें एशिया के सर्वाधिक जनसंख्या वाले देश भारत और चीन भी आते हैं। कर्क रेखा क्षेत्र में पाकिस्तान से लेकर अफ्रीका महाद्वीप के उत्तरी सीमांत देश, यूरोप के दक्षिणी सीमांत क्षेत्र और उत्तर-दक्षिण अमेरिका के संधि क्षेत्र आते हैं। इन भूभागों में इन प्राकृतिक घटनाओं की आशंका सर्वाधिक है।
5-6 जनवरी को पड़ेगा खंडग्रास सूर्य ग्रहण
5 और 6 जनवरी को खंडग्रास सूर्यग्रहण होगा। हालांकि यह भारत में मान्य नहीं होगा। इसका दृश्यक्षेत्र पूर्वी एशिया के देश चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, उत्तरी कोरिया, उत्तर-पूर्वी रूस, मध्यवर्ती मंगोलिया, प्रशांत महासागर और अलास्का के पश्चिमी भाग रहेंगे. इसके प्रभाव से सघन सर्दी, चक्रवात, भूगर्भीय हलचल, ग्लेशियर्स पर असर और ज्वालामुखी सक्रिय होने की आशंका है. इस दौरान इन क्षेत्रों की यात्रा से बचने की कोशिश करें।
21 जनवरी को होगा खग्रास चंद्रग्रहण, ला सकता है भीषण प्राकृतिक आपदाएं-
21 जनवरी को कर्क राशि और पुष्य नक्षत्र में खग्रास चंद्रग्रहण होगा. यह भी सूर्यग्रहण की भांति भारत में दृश्यमान नहीं होगा। यह सम्पूर्ण अफ्रीका, दक्षिणी-उत्तरी अमेरिका और हिंद महासागर में दिखाई देगा। इसका गहरा प्रभाव दृश्यमान क्षेत्रों के अलावा सम्पूर्ण एशिया भूभाग सहित उत्तरी गोलार्ध के कर्क रेखा क्षेत्र में बड़े स्तर पर देखने को मिल सकता है।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी
14 दिसंबर 1503 को फ्रांस में जन्में नास्त्रेदमस ने छंदों और कविताओं के माध्यम से भविष्यवाणी की है। 2019 तीसरे विश्वयुद्ध के बारे में की गई भविष्यवाणी के साथ यह भी कहा गया कि यह यद्ध आसानी से खत्म नहीं होगा। 3 दशकों तक तीसरा विश्वयुद्ध चल सकता है। किताब में यूरोप में होने वाले भोजन संकट और अमेरिका और कनाडा में बड़े तूफान की भी आशंका जाहिर की गई है।
200 वर्षों तक जीवन जी सकेगा इंसान
कुछ अच्छे संकेत भी छुप हैं जिनमें से एक है कि इस दौरान विश्व के बड़े नेता सकारात्मक भूमिका निभाएंगे। जलवायु परिवर्तन और इससे होने वाले खतरों से निपटने के लिए विभिन्न देश एकजुट होंगे। मेडिकल साइंस के क्षेत्र में तरक्की होगी और जिससे इंसान 200 वर्षों तक जीवन जी सकेगा।