बागेश्वर-फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुआ ये पूरा गांव, चारा-पानी के लिए कराह रहे पशु

बागेश्वर- न्यूज टुडे नेटवर्क- बागेश्वर जिले के कपकोट में विवाह समारोह में दूषित भोजन का शिकार हुए करीब 300 से ज्यादा लोग बीमार हो गये। आनन-फानन में सभी को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। 250 से अधिक पीडि़तों का अब भी बागेश्वर जिला अस्पताल, बेड़ीनाग, कपकोट, कांडा में इलाज चल रहा है। वही फूड
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बागेश्वर-फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुआ ये पूरा गांव, चारा-पानी के लिए कराह रहे पशु

बागेश्वर- न्यूज टुडे नेटवर्क- बागेश्वर जिले के कपकोट में विवाह समारोह में दूषित भोजन का शिकार हुए करीब 300 से ज्यादा लोग बीमार हो गये। आनन-फानन में सभी को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। 250 से अधिक पीडि़तों का अब भी बागेश्वर जिला अस्पताल, बेड़ीनाग, कपकोट, कांडा में इलाज चल रहा है। वही फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुई एक महिला ने आज दम तोड़ दिया। जिसके बाद फूड प्वाइजनिंग से मरने वालों की संख्या चार हो गई है। वही बेरीनाग में भर्ती दो मरीजों की तबीयत ज्यादा बिगडऩे के बाद मोहन सिंह और मोहिनी देवी के परिजन उन्हें रविवार देर रात सुशीला तिवारी अस्पताल ले आए। इसी के साथ अस्पताल में भर्ती कुल मरीजों की संख्या 46 हो गई है।

बागेश्वर-फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुआ ये पूरा गांव, चारा-पानी के लिए कराह रहे पशु

गडेरा गांव में भूख-प्यास से तड़पे पशु

वही बास्ती गांव में फूड प्वाइजनिंग का शिकार होने के बाद सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती हुई खिमुली देवी ने सोमवार सुबह दम तोड़ दिया। जबकि खिमुली देवी के पति फकीर सिंह (86) भी सुशीला तिवारी अस्पताल में ही भर्ती हैं। खिमुली बास्ती के निकट गांव सनगड़ीकी रहने वाली थीं। फूड प्वाइजनिंग के बाद जहां पूरा बास्ती गांव बीमारी की चपेट में आ गया। दूसरी ओर गडेरा गांव का हाल भी बेहाल है। घरों में एक-दो लोग ही सकुशल बचे हुए हैं। जिसके बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। स्थिति ऐसी हो गई है कि मवेशियों को चारा-पानी तक देने वाला कोई नहीं है। जिससे मवेशी भूख-प्यास से तड़प रहे है। कुछ बुजुर्ग ही गांव में बचे है पूरा गांव अस्पताल में है। गांव वीरान सा हो गया है।