हरिद्वार- कुंभ 2021 को लेकर ये है रेलवे का मास्टर प्लान, यात्रियों को ऐसे पहुंचेगा लाभ

उत्तराखंड में होने वाले कुंभ को लेकर सरकार काफी गंभीर है। इसके तहत किये जाने वाले कार्यों की लगातार समीक्षा की जारी है। कुंभ में आने वाले यात्रियों की कोविड-19 के दौर में सुरक्षा से लेकर उनकी यात्रा और ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। हरिद्वार कुंभ के चलते एनएसजी टू श्रेणी के हरिद्वार
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हरिद्वार- कुंभ 2021 को लेकर ये है रेलवे का मास्टर प्लान, यात्रियों को ऐसे पहुंचेगा लाभ

उत्तराखंड में होने वाले कुंभ को लेकर सरकार काफी गंभीर है। इसके तहत किये जाने वाले कार्यों की लगातार समीक्षा की जारी है। कुंभ में आने वाले यात्रियों की कोविड-19 के दौर में सुरक्षा से लेकर उनकी यात्रा और ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। हरिद्वार कुंभ के चलते एनएसजी टू श्रेणी के हरिद्वार रेलवे स्टेशन को भी संवारा जा रहा है। इतना ही नहीं यात्रियों की सुविधा के लिए झंडा मेला ग्राउंड पर 56 नये काउंटरों भी बनायें जा रहे है। इनमें पूछताछ, आरक्षित और अनारक्षित काउंटर शामिल होंगे।

इसके अलावा परिसर में भीड़भाड़ नियंत्रित करने के लिए पुरुषार्थी मार्केट से मेला प्लेटफार्म पर पहुंचने के लिए परिसर की बाउंड्री के बढ़ाकर गलियारा भी बनाया जा रहा है। इससे यात्री पुरुषार्थी मार्केट की ओर से प्रवेश कर गलियारा होते हुए सीधे मेला प्लेटफार्म पहुंच जाएंगे। स्टेशन अधीक्षक हरिद्वार एमके सिंह का कहना है कि कुंभ के दृष्टिगत रेलवे स्टेशन को सजाया-संवारा जा रहा है। हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर पहले से 13 टिकट काउंटर हैं। इनमें सात आरक्षित और छह अनारक्षित टिकट काउंटर हैं। मेले के दौरान ये काउंटर भी संचालित होंगे। जबकि 56 नये काउंटरों को भी खोला जाएगा।

ढाई करोड़ की लागत से बनाये जा रहे अंडरपास

कुंभ मेले में अब कम समय रह गया है। ऐसे में रेलवे प्रशासन ने निर्माण कार्यों को भी तेज कर दिया है। लक्सर-हरिद्वार 27 किलोमीटर रेलखंड पर जहां दोहरीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है, वहीं शहर के बीचोंबीच स्थित टिबड़ी और ज्वालापुर फाटक पर करीब ढाई करोड़ की लागत से अंडरपास बनाए जा रहे हैं। जिसका निर्माण शुरू हो चुका है। एक से डेढ़ महीने के भीतर निर्माण कार्य पूरा होने का दावा किया जा रहा है। त्योहार के बाद ज्वालापुर फाटक पर भी अंडरपास निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा।