2019 वल्र्ड कप के लिए इन दो खिलाडिय़ों ने जगाई उम्मीदें, कोहली ने भी इनमें है दम
दिल्ली-न्यूज टुडे नेटवर्क- सोमवार को वेस्टइंडीज के साथ हुए चौथे वनडे में भारत ने 224 रनों से बड़ी जीत दर्ज की। हालांकि जीत के सबसे बड़े नायक रोहित शर्मा रहे। लेकिन इस मैच में जो दो नये नाम निकलकर सामने आये वो है अंबाती रायडू और खलील अहमद। इस मैच में नंबर चार खेलते हुए अंबाती रायडू ने 100 रन बनाये और खलील अहमद ने अपनी गेदबाजी का जौहर दिखाते हुए तीन विकेट चटकाये। अंबाती रायडू ने आलोचकों के मुंह पर जवाब दे दिया। इससे पहले कप्तान कोहली ने दो दिन पहले कहा था कि रायडू परिस्थितियों के मुताबिक अपना खेल बदलने में सक्षम हैं। जिसे रायडू ने अगले ही मैच में सही साबित कर दिखाया।
नंबर 4 की उम्मीद बने अंबाती
भारत के पास टॉप ऑर्डर रोहित शर्मा, शिखर धवन और विराट कोहली जैसे दुनियां में सबसे खतरनाक बल्लेबाज है। टीम इंडिया के करीब 60 प्रतिशत रन यही तीन बल्लेबाज बनाते है। टॉप ऑर्डर जहां टीम का सकारात्मक पक्ष है, वहीं मीडिल ऑर्डर कमजोरी बनी हुई है। जिसे अब रायडू ने अपने खेल से यह उम्मीद जगाई है कि वह चार नंबर के बल्लेबाज है। रायडू के शतक से पहले चार नंबर पर 20 महीने पहले शतक लगा था। इससे पहले युवराज सिह और मनीष पांडे ने इस नंबर पर शतक लगाया लेकिन व टीम में अपनी जगह नहीं बना सकें। वही अजिंक्य रहाणे, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या, केएल राहुल, मनोज तिवारी भी मौकों का फायदा नहीं उठा सके। लेकिन रायडू ने एशिया कप और वेस्टइंडीज के खिलाफ अच्छाा प्रदर्शन कर सभी की उम्मीदें जगा दी है।
वल्र्ड कप की तलाश पूरी कर सकते है खलील
चौथे एकदिवसीय मैच में गेंदबाजी से अपना दमखम दिखाने वाले खलील अहमद वल्र्डकप में तीसरे गेंदबाज की तलाश पूरी कर सकते है। जबकि तेज गेंदबाजों में जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की जगह लगभग तय है। यह दोनों अभी टॉप पर चल रहे है ऐसे में इनके तीसरे साथी की तलाश भारत वल्र्डकप के लिए कर रहा है। वह कमी खलील अहमद पूरी कर सकते है। जिस तरह से चौथे मैच में खलील ने गेंदबाजी की उससे उम्मीद जगी है कि भारतीय टीम की यह तलाश खलील पूरी कर सकते है। मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में उन्होंने आउटस्विंग और इनस्विंग दोनों ही तरह की गेंदें डालीं और इन पर विकेट भी लिया। वे तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर अपना दावा मजबूत करते जा रहे हैं। वही स्पिन आक्रमण कुलदीप यादव, युजवेंद्र और रवींद्र जडेजा के हाथों में रहने की संभावना हैं।