जल्द ही कबाड़ में तब्दील हो जाएंगी ये कारें, भारत से बिस्तर समेटने वाली हैं ये कंपनियां

नई दिल्ली-न्यूज टुडे नेटवर्क : अगर आप इन पांच कंपनियों की कार लेने की सोच रहे हैं या आप के पास है तो ये खबर आपके लिए है। … बाजार के तौर पर ज्यादा सामने आया है जिसके चलते इन पांचों कंपनियों ने भारत से अपना बिस्तर समेटने का मन बनाया है। … दुनिया की
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जल्द ही कबाड़ में तब्दील  हो जाएंगी ये कारें, भारत से बिस्तर समेटने वाली हैं ये कंपनियां

नई दिल्ली-न्यूज टुडे नेटवर्क : अगर आप इन पांच कंपनियों की कार लेने की सोच रहे हैं या आप के पास है तो ये खबर आपके लिए है। … बाजार के तौर पर ज्यादा सामने आया है जिसके चलते इन पांचों कंपनियों ने भारत से अपना बिस्तर समेटने का मन बनाया है। … दुनिया की बड़ी कार निर्माता कंपनियों में शामिल इटैलियन कार कंपनी फिएट अब जल्द ही भारत को अलविदा करने की तैयारी कर रही है। इससे पहले जनरल मोटर्स ने अपने शेवरेल ब्रांड को भारत से विदाई का ऐलान किया था। अगर फिएट भारत को अलविदा कहती है तो उसकी चार कारें जल्द ही सडक़ों से अलविदा हो जाएंगी। हालांकि फिएट की कारों का कभी भारतीय बाजार में उतना पसंद नहीं किया गया, जितनी पसंद दू लीनिया सरी कंपनियों की कारों को किया जाता है। वो भी इस फैक्ट के साथ कि मारुति और टाटा की कारों में फिएट के इंजन का इस्तेमाल किया जाता है।

जल्द ही कबाड़ में तब्दील  हो जाएंगी ये कारें, भारत से बिस्तर समेटने वाली हैं ये कंपनियां

ये हैं वो कंपनियां जो बंद कर सकती है शोरूम

बीते कुछ महीनों पहले जनरल मोटर्स ने भारत में अपनी कार बेचने पर रोक लगा दी और अब दुनिया की जानी मानी ये पांच कंपनियां भारत को अपना बाजार नहीं मान रहीं और किसी भी समय अपने शो-रूम बंद कर सकती हैं साथ ही इनकी देश में बिक्री बंद हो सकती है। ये पांच कंपनियां इस प्रकार है।

1. फोक्सवैगन 2.स्कोडा 3. फोर्ड 4. फिएट 5. निशान

जी हां दरअसल इन पांचों कंपनियों की कारें भारत में फ्लॉप शो साबित हो रही हैं। इनकी मार्केंटिंग पॉलिसी इतनी कमजोर है कि देश में इन पांचों कंपनियों का कुल सालाना कार बिक्री हिस्सा 5 फीसदी से भी कम है। जबकि इन कंपनियों की लागत कहीं ज्यादा है। भारत इन कंपनियों के लिए फायदे के बाजार की बजाए नुकसान के बाजार के तौर पर ज्यादा सामने आया है, जिसके चलते इन पांचों कंपनियों ने भारत से अपना बिस्तर समेटने का मन बनाया है।

जल्द ही कबाड़ में तब्दील  हो जाएंगी ये कारें, भारत से बिस्तर समेटने वाली हैं ये कंपनियां

भारत ने फिलहाल 17 बड़ी कार कंपनियां अपनी कारों की बिक्री कर रही है, जिसमें केवल 4 कंपनियों का सालाना कुल बिक्री पर 75 फीसदी कब्जा है। शेष कंपनियां 25 फीसदी बाजार में अपने आस्तित्व की लड़ाई लड़ रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार पांचों कंपनियों की हालत केवल भारतीय बाजार में ही खराब नहीं है बल्कि मुल स्थान यानि हेडक्वार्टर पर भी इन कंपनियों की हालत खराब है।

करीब एक वर्ष में 101 कारें ही बेच सकी फिएट

दिसंबर 2017 से लेकर नवंबर 2018 तक फिएट ने केवल 101 कारें ही बेची हैं। देश में फिएट लीनिया और पुंटो की बिक्री काफी लंबे वक्त से होती रही है, वहीं दोनों ही वाहनों में फिएट ने कोई अपडेट नहीं दिया है। कारटॉक की खबरों को सभी मानें तो फिएट के सामने सबसे बड़ी सिरदर्दी अपनी गाडय़िों को अपग्रेड करने की है। असल में अक्टटूबर 2019 से देश में नए सेफ्टी मानक लागू हो जाएंगे। जिसके बाद वाहनों में एबीएस देना देना अनिवार्य हो जाएगा। फिएट के 1.3 लीटर का मल्टीजेट इंजन को ‘देश के इंजन’ के तौर पर जाना जाता है।