हरियाणा से छुट्टि मनाने आये इस परिवार की पल भर में यूं उजड़ गई दुनिया, गंगाजल लेना ऐसे पड़ गया भारी

हरिद्वार में गंगाजल भरने गए दो भाई पानी के तेज बहाव में बह गए। हादसा उस समय हुआ जब जल भरते वक्त एक भाई के हाथों से जल की बोतल पानी में छूट गई। जिसको पकड़ने के चक्कर में पूरा हादसा हुआ। इधर घटना की जानकारी आसपास मौजूद लोगो ने पुलिस को दी। सूचना मिलने
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हरियाणा से छुट्टि मनाने आये इस परिवार की पल भर में यूं उजड़ गई दुनिया, गंगाजल लेना ऐसे पड़ गया भारी

हरिद्वार में गंगाजल भरने गए दो भाई पानी के तेज बहाव में बह गए। हादसा उस समय हुआ जब जल भरते वक्त एक भाई के हाथों से जल की बोतल पानी में छूट गई। जिसको पकड़ने के चक्कर में पूरा हादसा हुआ। इधर घटना की जानकारी आसपास मौजूद लोगो ने पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पहुंची जल पुलिस और गोताखोरों ने बच्चों को रेसक्यू करने का कार्य किया। लेकिन बच्चों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा। वही परिजनों की माने तो बच्चों की उम्र काफी कम है। इधर घटना के बाद से ही बच्चों के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। मां का रो रो कर बुरा हाल है। घटना रविवार देर शाम की है। जिसके बाद से अभी तक दोनो बच्चों का कोई अता पता नहीं है।

हरियाणा से छुट्टि मनाने आये इस परिवार की पल भर में यूं उजड़ गई दुनिया, गंगाजल लेना ऐसे पड़ गया भारी

तीन भाईयों में से एक को बचाया

जानकारी के अनुसार हरियाणा के पलवल से गंगा स्नान के लिए हरिद्वार आए एक परिवार के दो बेटे गंगा में डूबकर लापता हो गए। दोनों बच्चे अपने मामा के बेटे नीत के साथ गंगा जल भरने गए थे। इसी दौरान दीपू (14), अंशुल (12) पुत्र सुरेश, मीत और उसका भाई प्रीत पुत्र धर्मवीर गंगा घाट पर पानी की बोतल में जल लेने के लिए चले गए। प्रीत गंगा घाट पर ही खड़ा रहा जबकि बाकी तीनों जल भरने लगे। इसी बीच जल भर रहे किशोर के हाथ से बोतल छूटकर बह गई। बोतल को पकड़ने के लिए उतरे तीनों किशोर तेज बहाव की चपेट में आ गए। गंगा घाट पर मौजूद प्रीत ने तीनों को डूबता देख शोर मचाया तो पास के ही गंगा घाट पर मौजूद एक फक्कड़ ने एक बालक मीत को जैसे तैसे बाहर खींच लिया, जबकि दोनों भाई डूब गए।

बच्चों की छुट्टियों पर आये थे घूमने

इधर घटना की सूचना पर पहुंची जल पुलिस ने रेसक्यू कार्य शुरु किया, लंबे समय तक चले रेसक्यू के बाद भी बच्चों क कोई सुराग नही मिल सका, जिसके बाद पुलिस से सोमवार सुबह से ही खोजबीन में लगी हुई है। लेकिन अभी तक कोई खबर नही मिल सकी है। बता दें की पलवल निवासी सुरेश काश्तकार है। उनका बड़ा बेटा दीपू कक्षा आठ और छोटा बेटा अंशुल कक्षा छह का छात्र है।गंगा में डूबे भाईयों की मां चंद्रावती और चाचा सुदेश का रो रो कर बुरा हाल है। बेटों के डूबने की खबर मिलते ही मां बेहोश हो गई। जब होश आया तो वह बेटों को ही पुकारती रही। स्कूलों की छुट्टियां होने के कारण सुरेश और धर्मवीर के परिवारों ने गंगा स्नान का कार्यक्रम बनाया था।