World Child Labor Protest Day: बस्ते का बोझ छोड़, परिवार का बोझ उठाने को मजबूर है मासूम

बरेली: 12 जून को हर साल बाल श्रम को खत्म करने के लिए श्रमिक संगठन, स्वयंसेवी संगठन और सरकार विश्व बाल श्रम विरोध दिवस (World Child Labor Protest Day) मनाती है। सरकार (Government) के बाल मजदूरी रोकने के प्रयास से भी बाल श्रम रुक नहीं रहा है। पिछले एक साल में श्रम विभाग (Labour Department)
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World Child Labor Protest Day: बस्ते का बोझ छोड़, परिवार का बोझ उठाने को मजबूर है मासूम

बरेली: 12 जून को हर साल बाल श्रम को खत्म करने के लिए श्रमिक संगठन, स्वयंसेवी संगठन और सरकार विश्व बाल श्रम विरोध दिवस (World Child Labor Protest Day) मनाती है। सरकार (Government) के बाल मजदूरी रोकने के प्रयास से भी बाल श्रम रुक नहीं रहा है।

World Child Labor Protest Day: बस्ते का बोझ छोड़, परिवार का बोझ उठाने को मजबूर है मासूमपिछले एक साल में श्रम विभाग (Labour Department) ने अभियान चलाकर लगभग 67 बच्चों को मुक्त करा कर उन से काम करवाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर जुर्माना वसूला है। पूरे देश में शुक्रवार को बाल श्रम दिवस के मौके पर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन हकीकत में आज भी होटल व ढाबों पर बाल श्रमिक काम करते हुए नजर आते हैं।
घर की आर्थिक स्थिति कमजोर (Weak Economic Condition) होने के कारण मासूम कम उम्र में ही पढ़ाई को छोड़ मजदूरी पर लग जाते हैं। और होटल व ढाबों के संचालक बाल श्रम की धज्जियां उड़ाते हुए बच्चों से मजदूरी करवाते हैं।

https://youtu.be/yEWmOfXJRX8

World Child Labor Protest Day: बस्ते का बोझ छोड़, परिवार का बोझ उठाने को मजबूर है मासूम

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