उत्तराखण्ड-फर्जी हस्ताक्षर द्वारा 250 पेटी शराब की तस्करी, मौके पर पकडे़ तस्कर

जिला आबकारी विभाग ने आज चोरी से ले जाई जा रही ट्रक समेत लगभग 250 पेटी अंग्रेजी शराब की पकड़ी । ट्रक के चालक को शराब की तस्करी के जुर्म में गिरफतार कर ट्रक को भी सीज करवा दिया है। ट्रक चालक समेत पांच अन्य लोग भी गिरफतार किए गए है। शराब की तस्करी आबकारी
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उत्तराखण्ड-फर्जी हस्ताक्षर द्वारा 250 पेटी शराब की तस्करी, मौके पर पकडे़ तस्कर

जिला आबकारी विभाग ने आज चोरी से ले जाई जा रही ट्रक समेत लगभग 250 पेटी अंग्रेजी शराब की पकड़ी । ट्रक के चालक को शराब की तस्करी के जुर्म में गिरफतार कर ट्रक को भी सीज करवा दिया है। ट्रक चालक समेत पांच अन्य लोग भी गिरफतार किए गए है। शराब की तस्करी आबकारी विभाग के बाॅन्ड इंस्पेक्टर के फर्जी हस्ताक्षर के द्वारा की जा रही थी। पुलिस द्वारा इस मामले पर जांच की जा रही है। जिला आबकारी अधिकारी मनोज कुमार को सूचना मिली थी कि आईएसबीटी के समक्ष एक ट्रक मे शराब की तस्करी की जा रही है।

उत्तराखण्ड-फर्जी हस्ताक्षर द्वारा 250 पेटी शराब की तस्करी, मौके पर पकडे़ तस्कर

इस दौरान मौके पर आबकारी टीम ने पहुंचकर ट्रक को पकड़ा इस दौरान जांच में पता कि यह शराब पंजाब से लाई जा रही थी ट्रक चालक के द्वारा बताया गया कि शराब को पौड़ी के खेप नामक स्थान पर पहुंचाना था। चालक ने यह भी बताया की इस तस्करी में तीन अन्य लोग भी शामिल है। जो इस वक्त देहरादून के किसी होटेल में रूके है। इस दौरान आबकारी टीम ने देहरादून के उस उस होटेल पर छापा मारा लेकिन उस समय तक घटना से जुडे तीन अन्य आरोपी भाग चुके थे। लेकिन आरोपियों के बारे में पुलिस को उनकी आईडी के आधार पर सूचना मिल चुकि है। पुलिस का दावा है कि वह तीन अन्य आरोपी भी जल्द ही पकड़े जायेगें।

जब भी कोई बॉन्डधारी कंपनी डिस्टिलरी से शराब लाती है तो उसे पहले जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय से ऑनलाइन परमिट प्राप्त करना होता है। लेकिन ऐसा नही हुआ इसलिए आबकारी विभाग की टीत ने इस घटना के आधार पर निर्णय लिया है कि कम्पनी के बाॅन्ड को निरस्त कर दिया जाएगा।असली बॉन्ड पर लाई जा रही तस्करी की शराब को लेकर प्रवर्तन टीम की सजगता पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। जिस तरह से इस मामले में फर्जी पास भी बरामद किया गया हैए उससे इस बात को भी बल मिल रहा है कि पर्वतीय क्षेत्रों में तस्करी का धंधा विभाग की ही मिलीभगत से चल रहा है। वैसे भी पर्वतीय क्षेत्रों में शराब तस्करी को लेकर लंबे समय से शिकायत मिल रही है। जिला आबकारी अधिकारी मनोज कुमार उपाध्याय के अनुसार बताया गया कि पकड़ी गई शराब की बोतलों में शराब तैयार करने की अवधि फरवरी 2020 अंकित अंकित है लेकिन इनमें लगे होलोग्राम वर्ष 2017 के पाए गए।

ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक बड़ा गिरोह सुनियोजित तरीके से शराब तस्करी में लिप्त है। प्रकरण में अब तक सामने आए तथ्यों के आधार पर ही आबकारी एक्ट में कार्रवाई करने के साथ पुलिस को भी इसमें शामिल किया गया है।