शोभा ने बढ़ाया अल्मोड़ा कॉलेज का मान, गरीबी से लड़कर ऐसी लिखी कामयाबी की इबारत

अल्मोड़ा-(जीवन राज ) -मंजिले उन्ही को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंखो से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। ये पंक्तियां शोभा आर्या पर सटीक बैठती है। शोभा आर्या ने अल्मोड़ा एसएसजे कॉलेज में टॉप कर न सिर्फ कॉलेज का नाम रोशन किया। बल्कि लोगों को बता दिया कि गरीबी
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शोभा ने बढ़ाया अल्मोड़ा कॉलेज का मान, गरीबी से लड़कर ऐसी लिखी कामयाबी की इबारत

अल्मोड़ा-(जीवन राज ) -मंजिले उन्ही को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंखो से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। ये पंक्तियां शोभा आर्या पर सटीक बैठती है। शोभा आर्या ने अल्मोड़ा एसएसजे कॉलेज में टॉप कर न सिर्फ कॉलेज का नाम रोशन किया। बल्कि लोगों को बता दिया कि गरीबी में लड़कर भी इंसान अपनी मंजिल पर पहुंच सकता है।

शोभा ने बढ़ाया अल्मोड़ा कॉलेज का मान, गरीबी से लड़कर ऐसी लिखी कामयाबी की इबारत

75 प्रतिशत अंकों के साथ शोभा ने किया कॉलेज टॉप

जी हाँ एमए की फाइनल ईयर की छात्रा शोभा आर्या ने एमए में संस्कृत विषय से कॉलेज टॉप किया है। शोभा को 75 प्रतिशत अंक मिले। शोभा ने बताया कि इससे पहले उसने इसी कॉलेज से बीए में भी टॉप किया था। उसकी 12वी में भी फर्स्ट डिवीजन है।

शोभा ने बढ़ाया अल्मोड़ा कॉलेज का मान, गरीबी से लड़कर ऐसी लिखी कामयाबी की इबारत

माता-पिता ने नहीं आने दी पढ़ाई में कोई कमी

शोभा के पिता ललित प्रसाद आर्या एक अच्छे पेंटर है। जबकि माता गीता देवी ग्रहणी है। चार भाई-बहनों में शोभा दूसरे नम्बर की है। उसकी बड़ी बहन पूजा आर्या भी एमए की छात्रा है। एक भाई 12वी कर कॉलेज की पढ़ाई कर रहा है तो दूसरा 12 वी का छात्र है। अत्यंत गरीब परिवार से होने के बावजूद पिता ने अपने बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी नही आने दी। वह हर समय उन्हें पढ़ाई पर ध्यान देने की बात कहते है।

शोभा ने बढ़ाया अल्मोड़ा कॉलेज का मान, गरीबी से लड़कर ऐसी लिखी कामयाबी की इबारत

अब कर रही है पीएचडी

शोभा ने बताया कि उन्होंने 10वी तक कि पढ़ाई लेम्प की रोशनी में पढ़कर की। इस बार उसने पीएचडी का पेपर इंट्रेंस क्वालीफाई किया है। अब एमए में संस्कृत विषय से टॉप कर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है। शोभा की सफलता पर परिवार में खुशी का माहौल है। उनके रिश्तेदार और आस पड़ोस के लोग उसे बधाई देने घर पर पहुच रहे है।