नई दिल्ली- इस राज्य में गायों के लिए बनेगा शमशान घाट, सरकार शुरु करने जा रही ये अनोखी पहल

नई दिल्ली- न्यूज टुडे नेटवर्क: मध्य प्रदेश में भोपाल नगर निगम गायों के लिए शमशान घाट बनावाने की पहल करने जा रहा है। ये संभवत: गायों के लिए देश का पहला शमशान घाट होगा। नीलबड़-रातीबड़ रोड के आसपास इसके लिए पांच एकड़ जमीन की तलाश शुरू कर दी गई है। जानकारी मुताबिक निगम के बजट
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नई दिल्ली- इस राज्य में गायों के लिए बनेगा शमशान घाट, सरकार शुरु करने जा रही ये अनोखी पहल

नई दिल्ली- न्यूज टुडे नेटवर्क: मध्य प्रदेश में भोपाल नगर निगम गायों के लिए शमशान घाट बनावाने की पहल करने जा रहा है। ये संभवत: गायों के लिए देश का पहला शमशान घाट होगा। नीलबड़-रातीबड़ रोड के आसपास इसके लिए पांच एकड़ जमीन की तलाश शुरू कर दी गई है। जानकारी मुताबिक निगम के बजट में इसके लिए एक करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। जिसकी डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी निगम के अधिकारियों को सौंपी गई हैं। अधिकारी की माने तो देश में वर्षों से गौ पूजा हो रही है, लेकिन यह दुख की बात है कि जब तक गाय दूध देती है तब तक उसे गौमाता कहा जाता है और दूध देना बंद करने के बाद उसको बेसहारा मवेशी का नाम दे दिया जाता है। इस परियोजना पर पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शासनकाल में ही चर्चा की गई थी।

नई दिल्ली- इस राज्य में गायों के लिए बनेगा शमशान घाट, सरकार शुरु करने जा रही ये अनोखी पहल

16 जनवरी से शुरू हुआ अभियान

इस संबंध में जब मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रतिक्रिया ली गई तो उन्होंने कहा कि गोवंश को लेकर ऐसी कोई पहल होती है, तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए। सीएम ने कहा कि सरकार गायों के कल्याण के लिए किए गए प्रयासों को प्रोत्साहित करेगी। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले अपने घोषणा पत्र में पंचायत स्तर पर गोशालाओं के निर्माण का वादा किया था, जिसे पूरा किया जा रहा है। मालूम हो, 11 जनवरी को पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव ने अपर मुख्य सचिव, संभागायुक्त, कलेक्टर, निगम आयुक्त की समीक्षा बैठक ली थी। उन्होंने सड़क पर विचरण करने वाले बेसहारा मवेशियों को कांजी हाउस और गोशालाओं में रखने के निर्देश दिए थे। 16 जनवरी से अभियान शुरू किया गया है। प्रदेश में निराश्रित गोवंश का यूआइडी टैग से पंजीयन किया जा रहा है। सबसे पहले हाई-वे के आसपास के क्षेत्र के ग्रामों में गोशाला खोली जाएंगी। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर भोपाल से शुरुआत की जा रही है।