#SecretsOfSinauli: सीक्रेट आफ सिनौली में आखिर ऐसा क्या है जो मनोज वाजपेयी ने कहा- देश के इतिहास से छेड़छाड़ हुई, वास्तविकता कभी आपको देखने को नहीं मिली…

न्यूज टुडे नेटवर्क। क्या पश्चिमी देशों ने भारत के इतिहास को बदल दिया। भारत वर्ष जिसे सदियों तक सोने की चिडि़या माना जाता रहा है। इसके पंख आक्रमणकारियों द्वारा काटे गए। क्या है इस सबके पीछे की कहानी। यह सब आपको देखने को मिलेगा डाक्यूमेंट्री सीक्रेट आफ सिनौली में। मशहूर फिल्म अभिनेता मनोज वाजपेयी इस
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#SecretsOfSinauli: सीक्रेट आफ सिनौली में आखिर ऐसा क्या है जो मनोज वाजपेयी ने कहा- देश के इतिहास से छेड़छाड़ हुई, वास्तविकता कभी आपको देखने को नहीं मिली…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। क्‍या पश्चिमी देशों ने भारत के इतिहास को बदल दिया। भारत वर्ष जिसे सदियों तक सोने की चिडि़या माना जाता रहा है। इसके पंख आक्रमणकारियों द्वारा काटे गए। क्‍या है इस सबके पीछे की कहानी। यह सब आपको देखने को मिलेगा डाक्‍यूमेंट्री सीक्रेट आफ सिनौली में। मशहूर फिल्‍म अभिनेता मनोज वाजपेयी इस सीरीज में आपके साथ होंगे। हाल ही में इस सीरीज का ट्रेलर लांच हुआ। जिसके बाद मशहूर अभिनेता मनोज वाजपेयी ने कहा कि देश के इतिहास से छेड़छाड़ हुई। जो वास्‍तविकता थी वो कभी आपको देखने को नहीं मिली।

देश के इतिहास और पौराणिकता पर आधारित फिल्‍म पृथ्‍वीराज के आने से पहले सीक्रेट आफ सिनौली के ट्रेलर लांच के बाद मनोज के इस बयान से देश भर में चर्चाओं का जोर है। सोशल मीडिया पर भी #SecretsOfSinauli ट्रेंड कर रहा है। वाजपेयी के इस बयान पर बड़ी बहस छिड़ गई है। दिग्गज अभिनेता मनोज बाजपेयी का मानना है कि हिंदी सिनेमा में ऐतिहासिक और पौराणिक फिल्मों को इस तरह पेश किया जाता है जैसे वह प्राणी इस दुनिया के थे ही नहीं। मनोज ने कहा कि अगर उन्हें भविष्य में ऐसी कोई कहानी कहने का मौका मिलता है तो वह उन्हें आज के लोगों जैसी जीवित कहानी बनाना चाहेंगे।

दरअसल मशहूर फिल्मकार नीरज पांडे ने एक डॉक्यूमेंट्री ‘सीक्रेट्स ऑफ सनौली-#SecretsOfSinauli डिस्कवरी ऑफ द सेंचुरी’ का निर्माण किया है। मनोज बाजपेयी इसके सूत्रधार बने हैं। इस डॉक्यूमेंट्री के ट्रेलर लॉन्च पर भारत के इतिहास को लेकर मनोज वाजपेयी ने जो कुछ कहा वो काफी चौंकाने वाला है। अपने एक्टिंग के सफल कैरियर में मनोज वाजपेयी ने भी कुछ कमाल की पीरियड #ManojBajpayee फिल्मों में काम किया है। जिनमें ‘जुबैदा’ और ‘पिंजर’ की गिनती उनकी सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में होती है। मनोज ने कहा, ‘हमारे समय में पारसी थिएटर्स हुआ करते थे। जिनमें इतिहास को बहुत विशाल और अलग अंदाज से पेश किया जाता था। आजकल फिल्मों में जब वह कहानियां दिखाई जाती हैं तो यहां भी कुछ वैसा ही है।

मनोज कहते हैं, ‘जिस तरह कलाकार अपने किरदार को थिएटर में पेश करते थे, उसी तरह जब इतिहास पर फिल्में बनाई जाती हैं तो उनमें भी कलाकार कुछ वैसे ही हाव भाव लेकर आते हैं। #SecretsOfSinauli उन्हें देखकर ऐसा लगता है जैसे इतिहास में रहे लोग इस दुनिया के होंगे ही नहीं। मेरा मानना है कि वह भी हम जैसा ही बर्ताव करते होंगे। उनके भी हाव-भाव और बर्ताव एक जीवित प्राणी जैसे ही होते होंगे। लेकिन, सिनेमा में उस तरह का कभी दिखाया नहीं गया। अगर मुझे मौका मिलता है तो मैं उस चीज को वास्तविकता की ओर ले जाने की कोशिश करूंगा। ऐसा मेरा मानना है। मैं गलत भी हो सकता हूं।

मनोज बाजपेयी चाहते हैं कि परदे पर वे सम्राट अशोक का किरदार निभाएं। उन्होंने कहा कि वैसे तो देश का इतिहास बहुत समृद्धशाली है और गुणों से भरा हुआ है ‘लेकिन, मैं सम्राट अशोक बनना चाहूंगा। उनका जीवन बहुत उतार-चढ़ाव से गुजरा है और काफी लोग उनके #NeerajPandey जीवन से बहुत प्रभावित भी हैं। अगर मुझे मौका मिलता है और यदि कोई उनको लेकर कोई प्रोजेक्ट बनाता है और मुझे अभिनेता लेता है तो मैं वह खुशी-खुशी करने के लिए तैयार हूं। वह भी उम्र ढलने से पहले। नहीं तो फिर मुझे बूढ़ा अशोक बनना पड़ेगा।’, वह कहते हैं।