इन दो जुड़वां भाइयों के जज्बे को सलाम, लोग दैवीय अवतार मान करने लगे थे पूजा-अर्चना

मंजिलें पाने का असल हकदार वो ही है, जिनके सपनों में जान होती है। पंख हैं तो क्या हुआ ? उसल उड़ान तो हौसलों में होती है। आज हम आपको दो भाइयों की ऐसी सच्चाई से रूबरू कराने जा रहे हैं जिनकी दास्तां बहुत अलग है। इनको देखकर आप इनके जज्बे को सलाम करेंगे और
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इन दो जुड़वां भाइयों के जज्बे को सलाम, लोग दैवीय अवतार मान करने लगे थे पूजा-अर्चना

मंजिलें पाने का असल हकदार वो ही है, जिनके सपनों में जान होती है। पंख हैं तो क्या हुआ ? उसल उड़ान तो हौसलों में होती है। आज हम आपको दो भाइयों की ऐसी सच्चाई से रूबरू कराने जा रहे हैं जिनकी दास्तां बहुत अलग है। इनको देखकर आप इनके जज्बे को सलाम करेंगे और आज से किसी काम को न करने हेतु बहाने नहीं तलाश करेंगे। बता दें कि छत्तीसगढ़ के रायपुर नगर के रहने वाले शिवनाथ और शिवराम साहू जुड़वा भाई हैं जो आपस में पेट से जुड़े हुए हैं। इन भाइयों के मुताबिक, वो ऑपरेशन नहीं करवाएंगे, जब तक जिएंगे इस हालत में ही रहेंगे।

इन दो जुड़वां भाइयों के जज्बे को सलाम, लोग दैवीय अवतार मान करने लगे थे पूजा-अर्चना

अलग नहीं होना चाहते दोनों भाई

जानकारी के मुताबिक, मेडिकल साइंस का मानना है कि 2 लाख बच्चों में से शरीर से जुड़े जुडवां का एक मामला सामने आता है। कुछ चिकित्सक मानते है कि उन्हें अलग किया जा सकता है, किन्तु इन दोनों भाइयों ने एक-दूसरे से भिन्न होने हेतु मना कर दिया है। शिवराम के मुताबिक, हमारी लालसा अलग होने की नहीं है। हम जैसे हैं, ठीक वैसे ही जीवन बिताना चाहते हैं।

लोग मानते थे दैवीय अवतार

12 साल के दोनों भाइयों का का शरीर कमर से जुड़ा हुआ है। इनके फेफड़े, हार्ट और ब्रेन भिन्न-भिन्न हैं। दोनों के 2 पैर और 4 हाथ हैं। जब ये लोग पैदा हुए तो लोग इन्हें दैवीय अवतार मानकर पूजा करने लगे, किन्तु बाद में इनकी बीमारी का मालूम होने पर लोगों ने ऐसा करना बंद कर दिया।

इन दो जुड़वां भाइयों के जज्बे को सलाम, लोग दैवीय अवतार मान करने लगे थे पूजा-अर्चना

साथ करते हैं सारे काम

दोनों भाई अपनी क्लास के टॉप 10 स्कोरर में से एक हैं। नहाने, खाने एवं स्कूल जाने तक में दोनों भाई एक-दूसरा का पूरा ध्यान रखते हैं। विकलांगो को प्राप्त होने वाली साइकिल चलाकर दोनों स्कूल जाते हैं। सी?ियां च?ने से लेकर खेलने तक दोनों प्रत्येक कार्य बहुत मस्ती संग करते हैं।