रुद्रपुर- एमेनिटी स्कूल ने रचा ऑल इंडिया में इतिहास, जगनूर कौर को तीसरी और प्रियांशु सिंह को देशभर में मिली चौथी रैंक

रुद्रपुर-न्यूज टुडे नेटवर्क-सीबीएसई की 10वीं कक्षा के परीक्षा में ऑल इंडिया में तीसरा स्थान पाने वालों की सूची में एमेनिटी स्कूल का नाम शामिल है। एमेनिटी स्कूल के छात्रों ने उत्तराखंड ही नहीं देशभर मेंं अपना डंका बजाया है। अथक प्रतिभा के बल पर दसवीं के छात्रों ने सफलता के परचम लहराए। अपनी एकाग्रता,कर्मठता एवं
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रुद्रपुर- एमेनिटी स्कूल ने रचा ऑल इंडिया में इतिहास, जगनूर कौर को तीसरी और प्रियांशु सिंह को देशभर में मिली चौथी रैंक

रुद्रपुर-न्यूज टुडे नेटवर्क-सीबीएसई की 10वीं कक्षा के परीक्षा में ऑल इंडिया में तीसरा स्थान पाने वालों की सूची में एमेनिटी स्कूल का नाम शामिल है। एमेनिटी स्कूल के छात्रों ने उत्तराखंड ही नहीं देशभर मेंं अपना डंका बजाया है। अथक प्रतिभा के बल पर दसवीं के छात्रों ने सफलता के परचम लहराए। अपनी एकाग्रता,कर्मठता एवं अध्यापकों के अथक प्रयास द्वारा नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए। स्कूल की जगनूर कोैर चंदी ने 497 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया में तीसरी रैंक पाई,मात्र एक अंक चूके पिंयांशु सिंह ने आल इंडिया चौथी रैंक प्राप्त की। जगनूर ने अंग्रेजी, गणित, विज्ञान में 100 अंक हिन्दी, 99 सामाजिक विज्ञान में 98 अंक प्राप्त किए। जबकि प्रियांशु सिंह ने अंग्रेजी, गणित, सामाजिक विज्ञान में 100 अंक हिन्दी में 99 एवं विज्ञान में 97 अंक प्राप्त कर कुल 496 अंक प्राप्त किए।

रुद्रपुर- एमेनिटी स्कूल ने रचा ऑल इंडिया में इतिहास, जगनूर कौर को तीसरी और प्रियांशु सिंह को देशभर में मिली चौथी रैंक रुद्रपुर- एमेनिटी स्कूल ने रचा ऑल इंडिया में इतिहास, जगनूर कौर को तीसरी और प्रियांशु सिंह को देशभर में मिली चौथी रैंक

59 छात्रों को मिले 90 प्रतिशत अंक

वही अन्य छात्रों में सम्द्धि खत्री ने 98.6, कार्तिक नारंग ने 98.2, तुषार कौशिक ने 98.1 तथा सलोनी गगनेजा ने 98 प्रतिशत अंक पाकर पूरे देश में विद्यालय का नाम रोशन किया। स्कूल के कुल 106 छात्रों में से 59 छात्रों नें 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त कर विद्यालय की गरिमा को बढाया। छात्रों की इस आशाजनित सफलता पर समस्त शिक्षकगणों तथा विद्यालय प्रशासन ने छात्रों तथा उनके पारिवारिक सदस्यों को बधाई दी। प्रबंधक सुभाष अरोरा एवं प्रधानाचार्या इन्द्रा त्रिपाठी ने इस अभूतपूर्व सफलता को उच्च शिखर तक ले जाने का श्रेय विद्यालय परिवार तथा छात्रों के माता-पिता को दिया।