रुद्रप्रयाग-सिर्फ इतने लोगों को मिली दर्शन की अनुमति, पहली बार श्रद्धालुओं ने किये बाबा केदार के दर्शन

रुद्रप्रयाग-लॉकडाउन के बाद पहली बार धार्मिक स्थलों को खोलने के आदेश हुए। लेकिन इसके बावजूद कई नियमों को ध्यान में रखकर अभी तक कई जगह मंदिर, मजिस्द, गुरुद्धारा और चर्च नहीं खोले। राज्य सरकार की ओर से केदारनाथ धाम में स्थानीय लोगों को दर्शनों की अनुमति दिए जाने के बाद पहली बार सात श्रद्धालुओं ने
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रुद्रप्रयाग-सिर्फ इतने लोगों को मिली दर्शन की अनुमति, पहली बार श्रद्धालुओं ने किये बाबा केदार के दर्शन

रुद्रप्रयाग-लॉकडाउन के बाद पहली बार धार्मिक स्थलों को खोलने के आदेश हुए। लेकिन इसके बावजूद कई नियमों को ध्यान में रखकर अभी तक कई जगह मंदिर, मजिस्द, गुरुद्धारा और चर्च नहीं खोले। राज्य सरकार की ओर से केदारनाथ धाम में स्थानीय लोगों को दर्शनों की अनुमति दिए जाने के बाद पहली बार सात श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। हालांकि मंदिर में प्रवेश की अनुमति न होने के कारण वह मायूस नजर आए।

रुद्रप्रयाग-सिर्फ इतने लोगों को मिली दर्शन की अनुमति, पहली बार श्रद्धालुओं ने किये बाबा केदार के दर्शन
हक-हकूकधारी, तीर्थ पुरोहित व स्थानीय लोगों को दर्शनों की अनुमति मिलने के बाद पहली बार सात श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे और मंदिर के बाहर से ही बाबा के दर्शन किए। श्रद्धालु केशवानंद नौटियाल का कहना था कि जब श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश ही नहीं करना है तो फिर शासन-प्रशासन उन्हें केदारनाथ क्यों भेज रहा है। ऐसा पहली हुआ है जब केदारनाथ पहुंचने के बाद भी श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शनों का सौभाग्य नहीं मिल रहा।

इस संबंध में केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहना था कि कोरोना के खतरे को देखते हुए सरकार को अभी केदारनाथ की यात्रा को पूरी तरह प्रतिबंधित रखना चाहिए। एसडीएम ऊखीमठ वरुण अग्रवाल ने बताया कि शासन की गाइडलाइन और जिला प्रशासन के निर्देशों के अनुसार ही श्रद्धालुओं को बाहर से दर्शन कराए जा रहे हैं।