Research: डॉक्टर खोजेंगे कोरोना वायरस के जीवन चक्र का रहस्य

कोरोना वायरस (Corona virus) का कहर दुनियाभर में छाया हुआ है। वायरस का पूरा स्वरूप जानने के लिए कई जगह रिसर्च (research) भी हो रही हैं। इसका जीवन चक्र (life cycle) का पता लगाने के लिए डॉक्टर एसिम्टोमेटिक मरीजों (asymptomatic patients) और गंभीर संक्रमित मरीजों पर शोध करेंगे। संक्रमित और ठीक हुए मरीजों में वायरस
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Research: डॉक्टर खोजेंगे कोरोना वायरस के जीवन चक्र का रहस्य

कोरोना वायरस (Corona virus) का कहर दुनियाभर में छाया हुआ है। वायरस का पूरा स्वरूप जानने के लिए कई जगह रिसर्च (research) भी हो रही हैं। इसका जीवन चक्र (life cycle) का पता लगाने के लिए डॉक्टर एसिम्टोमेटिक मरीजों (asymptomatic patients) और गंभीर संक्रमित मरीजों पर शोध करेंगे। संक्रमित और ठीक हुए मरीजों में वायरस कितने दिनों तक जिंदा रह सकता है, इसका पता लगाने के लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, कानपुर और एसजीपीजीआई, लखनऊ के डॉक्टर मिलकर काम करेंगे।
Research: डॉक्टर खोजेंगे कोरोना वायरस के जीवन चक्र का रहस्यहैलट के मेटरनिटी कोविड-19 हॉस्पिटल (Maternity Covid-19 hospital) में 72 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं। संक्रमित मरीजों की स्टूल (मल) जांच से मेडिकल कॉलेज के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग (Gastroenterology Department) ने शोध शुरू कर दिया है। अब 3 महीने में यह निष्कर्ष निकाला जाएगा कि क्या कोरोना संक्रमित की रिपोर्ट निगेटिव (negative report) आने के बाद भी उसके स्टूल में वायरस जिंदा है या नहीं। बता दें कि संक्रमित मरीजों में सांस के साथ पेट की दिक्कतें भी सामने आ रही हैं। इसलिए स्टूल (stool) में वायरस की मौजूदगी और पाचन तंत्र (digestive system) पर हो रहे प्रभावों पर अध्ययन करना जरूरी हो गया है।