देहरादून- इस वजह से धरने पर बैठे रानीखेत के विधायक, नेता प्रतिपक्ष ने भी कह डाली ये बड़ी बात
देहरादून- न्यूज टुडे नेटवर्क: विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन में उस समय हंगामा मच गया जब कांग्रेस विधायकों ने पुलिस पर बदसलूकी का आरोप लगाया। उन्होंने पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की। इसके बाद उन्होंने सदन से वाकआउट कर दिया गया। कांग्रेसी विधायक गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। वहीं, जौलीग्रांट एयरपोर्ट का नाम स्व अटल बिहारी बाजपेयी के नाम पर रखे जाने का संकल्प सदन के पटल रखा गया। संकल्प सर्व सहमति से पास हुआ। सकंल्प भारत सरकार को भेजा जाएगा। इसके बाद सदन की कार्रवाई गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गई।
सुरक्षाकर्मियों पर लगाया बदसलूकी का आरोप
बता दें विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसर दिन रानीखेत विधायक करन मेहन विधानसभा गेट के सामने धरने पर बैठ गए। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया। विधायक को गेट पर रोके जाने का मामला, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने सदन में उठाया। विधायक मेहरा ने आरोप लगाया कि विधानसभा का पास दिखाने के बावजूद भी पुलिसकर्मी ने उन्हें विधानसभा के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी और उनके साथ बदसलूकी भी की। मामला देख, एसएसपी निवेदिता कुकरेती भी मौके पर विधायक को मनाने पहुंची। इसके बाद, संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत भी मौके पर पहुंचे लेकिन कोई बात नहीं बनी।
नेता प्रतिपक्ष, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदेयश ने मौके पर पहुंच कर कहा कि सरकार सदन चलाना नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि विधायक के साथ अभद्रता करने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी विधायक के साथ हुई बदसलूकी का मामला सदन में उठाया और विधायक गोविदं कुंजवाल, काजी और ममता राकेश भी धरने पर बैठे। संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत ने आखिरकार दोषी पुलिसकर्मियों को की लाइन हाजिर करने के आदेश दिए और कहा सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी। इसके बाद भी, कांग्रेस के कई विधायक विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।