रामनगर-इस माह से खुल सकता है कॉर्बेट फाल, अभी तक इतने लाख का हुआ नुकसान

रामनगर-कोरोना वायरस के चलते पूरा देश लॉकडाउन हो गया। जिसके बाद अब धीरे-धीरे गाड़ी पटरी पर लौट रही है लेकिन मरीजों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। वही विश्व पयर्टक स्थलों पर शुमार कॉर्बेट फाल भी इन दिनों बंद है। कॉर्बेट फाल पर्यटकों को पंसदीदा पर्यटक स्थल है। घने जंगल में प्रकृति के शांत
 | 
रामनगर-इस माह से खुल सकता है कॉर्बेट फाल, अभी तक इतने लाख का हुआ नुकसान

रामनगर-कोरोना वायरस के चलते पूरा देश लॉकडाउन हो गया। जिसके बाद अब धीरे-धीरे गाड़ी पटरी पर लौट रही है लेकिन मरीजों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। वही विश्व पयर्टक स्थलों पर शुमार कॉर्बेट फाल भी इन दिनों बंद है। कॉर्बेट फाल पर्यटकों को पंसदीदा पर्यटक स्थल है। घने जंगल में प्रकृति के शांत और सुरम्य वातावरण के बीच झरने बड़ा रोमांच पैदा है। प्रकृति की सुंदरता को आप यहां करीब से निहार सकते है। पर्यटक आकर्षित हुए बिना नहीं रह पाते हैं।

रामनगर-इस माह से खुल सकता है कॉर्बेट फाल, अभी तक इतने लाख का हुआ नुकसान
हर साल यहां लाखों सैलानी आते है। फिलहाल कोरोनाकाल के चलते यह फाल अभी बंद है। इसं संबंध में वन दारोगा ने बताया कि विगत 18 मार्च को कॉर्बेट फॉल बंद हो गया था। इसके बाद कोरोना काल शुरू हुआ तो फॉल को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया। जैसे ही कोरोना काल खत्म होगा फिर से पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो सकेंगी। उन्होंने बताया कि अभी तक कॉर्बेट फाल के नुकसान का अनुमान लगाये तो करीब 30 लाख तक नुकसान हुआ है। क्योंकि पिछले साल 30 जून तक कॉर्बेट में 67 लाख रूपये की इनकम हुई थी।

रामनगर-इस माह से खुल सकता है कॉर्बेट फाल, अभी तक इतने लाख का हुआ नुकसान
यहां सैलानी हर साल आकर कॉर्बेट फॉल, झरना और म्यूजियम का आनंद लेते है। लेकिन इस बार कोरोना काल के चलते पर्यटकों से गुलजार रहने वाला कॉर्बेट फाल शांत है। चारों और सिर्फ पशु-पक्षिओं और चिडिय़ों की चहचहाट है। वन दारोगा ने बताया कि अनुमान है कि अक्टूबर से यहां आवाजाही शुरू हो सकती है। फिर से वहीं रंग में कॉर्बेट फाल नजर आयेगा।