रामनगर-डीएम बंसल पहुंचे कोसी बैराज, ऐसी व्यवस्था देख सिंचाई विभाग के अधिकारियों से हुए नाराज

रामनगर – सिंचाई विभाग के कोसी नदी पर बनाए गए बैराज को सैफ्टी ऑडिट की जरूरत है। जानकारी देते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि इस बैराज का निर्माण 1972 में हुआ था। इस बैराज से पानी के डिस्चार्ज के अलावा हल्द्वानी के लिए हल्के व भारी वाहनों का आवागमन भी होता है। उन्होंने
 | 
रामनगर-डीएम बंसल पहुंचे कोसी बैराज, ऐसी व्यवस्था देख सिंचाई विभाग के अधिकारियों से हुए नाराज

रामनगर – सिंचाई विभाग के कोसी नदी पर बनाए गए बैराज को सैफ्टी ऑडिट की जरूरत है। जानकारी देते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि इस बैराज का निर्माण 1972 में हुआ था। इस बैराज से पानी के डिस्चार्ज के अलावा हल्द्वानी के लिए हल्के व भारी वाहनों का आवागमन भी होता है। उन्होंने बताया कि 47 साल की अवधि पूर्ण कर चुके कुमाऊॅ मण्डल को जोरू१ने वाले इस महत्वपूर्ण पुल एवं बैराज की सुरक्षा एवं भार आंकलन की क्षमता के लिए मौजूदा वक्त में इसका सैफ्टी ऑडिट जरूरी हो गया है।

रामनगर-डीएम बंसल पहुंचे कोसी बैराज, ऐसी व्यवस्था देख सिंचाई विभाग के अधिकारियों से हुए नाराज

बैराज के सैफ्टी ऑडिट कराये-डीएम

बता दें कि बीते रोज जिलाधिकारी सविन बंसल ने कोसी बैराज एवं पुल का बारीकी से निरीक्षण एवं अवलोकन किया। उन्होंने बताया कि इस महत्वपूर्ण बैराज का किसी महत्वपूर्ण तकनीकि संस्थान से सैफ्टी ऑडिट कराया जायेगा। इस हेतु शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। उन्होंने मौके पर मौजूद अधीक्षण अभियंता सिंचाई पतलियाल को निर्देश दिये कि वे शासन स्तर पर इस बैराज के सैफ्टी ऑडिट कराये जाने का अनुश्रवण करें। उन्होंने पाया कि बैराज के नियंत्रण कक्ष में किसी भी प्रकार का कोई अभिलेख पानी के संग्रहण एवं डिस्चार्ज के सम्बन्ध में नहीं बनाए गए हैं।

रामनगर-डीएम बंसल पहुंचे कोसी बैराज, ऐसी व्यवस्था देख सिंचाई विभाग के अधिकारियों से हुए नाराज

इसके अलावा बैराज से सम्बन्धित सूचनाओं को डिसप्ले करने के लिए भी किसी भी प्रकार के सूचना पट्ट स्थापित नहीं किए गए हैं। इस बात पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ओपी उनियाल से कहा कि किसी भी बैराज में कन्ट्रो रूम अनिवार्य है तथा पानी के उतार-चढ़ाव के अभिलेख एवं सूचनाओं का प्रदर्शन किया जाना भी जरूरी होता है। उन्होंने उनियाल से कहा कि वे कोसी बैराज के नियंत्रण कक्ष को तत्काल सक्रिय करते हुए पंजिकाएं व अभिलेख आदि दुरस्त किये जाना सुनिश्चित करें।