राकेश टिकैत भावुक होकर बोले- कानून वापस नहीं हुए तो आत्महत्या कर लूंगा

न्यूज टुडे नेटवर्क। दिल्ली हिंसा के बाद पुलिस की सख्ती के बाद अब नेताओं के सुर बदलने लगे हैं। गुरूवार शाम भाकियू नेता ने आरोप लगाया कि उन्हें मारने की साजिश रची जा रही है। शाम को अपना वक्तव्य देते हुए राकेश टिकैत भावुक होकर रोने लगे। राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार ने
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राकेश टिकैत भावुक होकर बोले- कानून वापस नहीं हुए तो आत्महत्या  कर लूंगा

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। दिल्‍ली हिंसा के बाद पुलिस की सख्‍ती के बाद अब नेताओं के सुर बदलने लगे हैं। गुरूवार शाम भाकियू नेता ने आरोप लगाया कि उन्‍हें मारने की साजिश रची जा रही है। शाम को अपना वक्‍तव्‍य देते हुए राकेश टिकैत भावुक होकर रोने लगे। राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार ने कानून वापस नहीं लिए तो वे आत्‍महत्‍या कर लेंगे। गाजीपुर बार्डर पर टिकैतने कहा कि अब किसानों पर अत्‍याचार किया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि मैं इस देश के किसानों को बर्बाद नहीं होने दूंगा। टिकैत ने गाजीपुर बार्डर पर अनशन शुरू कर दिया है।

इससे कुछ देर पहले ही टिकैत ने कहा था, ‘न तो मैं सरेंडर करूंगा, न ही धरना खत्म करूंगा। अगर गोली चलनी है तो यहीं चलेगी।’ दिल्ली की हिंसा पर टिकैत बोले, ‘यह कौम को बदनाम करने की साजिश है। इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट को करनी चाहिए। इसमें सारे कॉल रिकॉर्ड्स भी शामिल किए जाएं।’

हालांकि, टिकैत के बयान का उनके ही संगठन के प्रमुख नरेश टिकैत ने विरोध किया है। भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख नरेश टिकैत ने किसानों से आंदोलन खत्म कर गाजीपुर बॉर्डर से वापस जाने को कहा है। नरेश टिकैत ने कहा, ‘यहां पर धरना खत्म कर दें। सुविधाएं बंद होने के बाद कैसे धरना कैसे चलेगा? नेताओं और कार्यकर्ताओं को धरना खत्म कर वापस चले जाना चाहिए। किसानों की पिटाई होने से बेहतर यह है कि वे धरना खत्म कर दें।’

दिल्ली में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद पुलिस लगातार एक्शन में है। उपद्रव में शामिल रहे 44 किसान नेताओं के खिलाफ गुरुवार को लुकआउट नोटिस जारी किए गए। अब उनके पासपोर्ट भी जब्त किए जाएंगे, ताकि वे बिना इजाजत विदेश न जा सकें। पुलिस ने हिंसा के मामले में अब तक 33 FIR दर्ज की हैं।