सदियों से सोए रेल प्रशासन को याद आईं अपनी जमीनें, बरेली शहर के बीच हुई ये कार्रवाई

न्यूज टुडे नेटवर्क। सदियों से सोए रेल प्रशासन को आखिर अपनी जमीनों की याद आ गई। रेलवे की जमीनों पर हुए कब्जों को हटाने के लिए रेलवे ने अब कार्रवाई शुरू कर दी है। रेलवे बोर्ड के निर्णय के बाद सदियों रेल प्रशासन को अपनी जमीनों पर हुए कब्जों को हटाने की याद आई। गौरतलब
 | 
सदियों से सोए रेल प्रशासन को याद आईं अपनी जमीनें, बरेली शहर के बीच हुई ये कार्रवाई

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। सदियों से सोए रेल प्रशासन को आखिर अपनी जमीनों की याद आ गई। रेलवे की जमीनों पर हुए कब्‍जों को हटाने के लिए रेलवे ने अब कार्रवाई शुरू कर दी है। रेलवे बोर्ड के निर्णय के बाद सदियों रेल प्रशासन को अपनी जमीनों पर हुए कब्‍जों को हटाने की याद आई।

गौरतलब है कि बरेली में शहर के भीतर मौजूद रेलवे लाइनों के किनारे दशकों से अवैध कब्‍जे हो गए। बीते कई कई दशकों से रेलवे ने भी इस ओर ध्‍यान नहीं दिया। धीरे धीरे शहर के भीतर बारादरी थाना क्षेत्र और श्‍यामगंज से गुजर रही रेल लाइनों के किनारे बड़ी मात्रा में अवैध कब्‍जे कर लिए गए। अब रेलवे बोर्ड के निर्णय के बाद रेलवे ने अपनी जमीनों को कब्‍जा मुक्‍त बनाने का अभियान छेड़ा है।

बरेली के थाना बारादरी स्थित रेलवे माल यार्ड की जमीन के इर्द गिर्द कबाड़ियों व लकड़ी कारोबारियों ने अवैध कब्जा कर रखा था। मंगलवार को जीआरपी, आरपीएफ और सिविल पुलिस के साथ मजिस्‍ट्रेट की मौजूदगी में रेलवे ने अवैध कब्‍जों को ध्‍वस्‍त कर दिया।

डीआरएम के निर्देश पर रेल अफसरों ने यह कार्रवाई शुरू की है। अभी कई दिनों तक अभियान चलाकर रेल प्रशासन अवैध कब्‍जों को हटाएगा। इस दौरान कई अवैध निर्माणों को ध्‍वस्‍त कर दिया गया।

इस दौरान अतिक्रमणकारी जनता ने अवैध निर्माण को ध्वस्त करने आई टीम का कोई विरोध नही किया। क्योंकि जनता खुद जानती है कि उसके द्वारा रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है। जनता ध्वस्तीकरण का मूकबधिरों की तरह खड़ी तमाशा देखती रही। इस दौरान रेलवे पुलिस फोर्स, जीआरपी व रेलवे इंजीनियरिंग विभाग के कई अधिकारी व इंजीनियर मौजूद रहे ।

श्याम गंज रेलवे यार्ड से लेकर इज़्ज़तनगर रेलवे स्टेशन तक कि दूरी लगभग 2 किमी0 में रेलवे लाइन के दोनों तरफ सैंकड़ों जगह अवैध कब्जे किये हुए थे। जिनको जीआरपी , आरपीएफ सिविल पुलिस ,एसीएम स्तर के अधिकारियों की उपस्थिति में शांतिपूर्ण तरीके से हटा दिया गया। साथ ही भविष्य में अतिक्रमण न करने को लेकर जनता को जागरूक कर चेतावनी दी गई।