RAILWAY: अब रेलवे देगा प्रवासी मजदूरों को काम और प्रदेश सरकार देगी मजदूरों को दिहाड़ी
अब रेलवे (Railway) विभिन्न शहरों से आए प्रवासी मजदूरों (Migrant Workers) को काम देगा। बोर्ड ने प्रवासी मजदूरों के लिए काम कराने की स्वीकृति दे दी है। उत्तर मध्य रेलवे की लंबित परियोजनाओं (Pending Projects) में प्रवासी मजदूरों ने काम करना शुरू भी कर दिया है।
उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) मनरेगा और निजी ठेकेदारों के अधीन प्रवासी मजदूरों से काम करेंगें। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक रेलवे परियोजनाओं और अन्य जनशक्ति ग्रहण कार्यों में प्रवासी मजदूरों के उपयोग की संभावनाओं का पता लगाने के निर्देश दिए है। इस कार्य से रेलवे की परियोजनाओं में तेजी आएगी और बेरोजगार हुए मजदूरों को काम का नया अवसर भी मिल जाएगा। रेलवे के फील्ड स्तर के अधिकारियों को स्थानीय प्रशासन और ग्रामीण पंचायतों (Administration and Rural Panchayats) से संपर्क में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में मनरेगा (UP MANREGA) में काम करने वाले मजदूरों को दिहाड़ी प्रदेश सरकार देंगी। कौन-कौन से काम मनरेगा के मजदूर करेंगे, यह रेलवे तय करेगा। प्रदेश सरकार (State Government) ने रेलवे के लिए मनरेगा से काम करने वाले मजदूरों का भुगतान करने का आश्वासन दिया है। इससे रेलवे का आर्थिक बोझ कम होगा और अन्य प्रवासी मजदूर ठेकेदारों के अधीन काम करेंगे।