राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, PM मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि

न्यूज टुडे नेटवर्क। आज शहीद दिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके आदर्श दुनियां भर को प्रेरित करते हैं। आज देश भर में शहीद दिवस के दिन महात्मा गांधी को याद किया जा रहा है। आज ही के
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राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, PM मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। आज शहीद दिवस के मौके पर राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके आदर्श दुनियां भर को प्रेरित करते हैं। आज देश भर में शहीद दिवस के दिन महात्‍मा गांधी को याद किया जा रहा है। आज ही के दिन नाथूराम गोड्से ने महात्‍मा गांधी की दिल्‍ली के बिरला हाउस में गोली मारकर हत्‍या कर दी थी।

कहने को 30 जनवरी एक सादाहरण दिन सा था पर शाम होते होते य़ह इतिहास का सबसे दुख भरा दिन बन गया। 30 जनवरी 1948 के दिन शाम को नाथूराम गोडसे ने  सत्य और अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता गांधी की हत्या कर दी थी। इस दिन देश और दुनिया में लोग बापू को श्रद्धांजलि देकर और प्रार्थनाओं में उन्हें याद करते हैं।

शनिवार को राजधानी दिल्‍ली में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, पीएम नरेंद्र मोदी समेत देश के कई नेताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। गांधी जी की पुण्यतिथि पर कई प्रार्थना सभा कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिनमें मौन व्रत धारण कर गांधी जी को श्रद्धांजलि दी गई है।

कई जगहों पर नाट्य मंचन भी किया गया। इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसके लिए भारत सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 30 जनवरी को सुबह 11 बजे दो मिनट का मौन पालन करने का निर्देश दिया है , जो भारत की आजादी के लिए संघर्ष करते शहीद हो गए थे।

इत्‍तेफाक तो देखिए, अहिंसा को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाकर अंग्रेजों को देश से बाहर का रास्ता दिखाने वाले महात्मा गांधी खुद हिंसा का शिकार हो गए। गांधी जी उस दिन भी रोज की तरह शाम की प्रार्थना के लिए जा रहे थे। उसी समय गोडसे ने उन्हें बहुत करीब से गोली मारी और साबरमती का संत ‘हे राम’ कहकर दुनिया से विदा हो गया। अपने जीवनकाल में अपने विचारों और सिद्धांतों के कारण चर्चित रहे मोहन दास करमचंद गांधी का नाम दुनियाभर में सम्मान से लिया जाता है।