प्रयागराज: माघ मेला का आज तीसरा बड़ा स्नान, जानिए मौनी अमावस्या का महत्व…

न्यूज टुडे नेटवर्क। प्रयागराज में श्रद्धालुओं का भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा है। माघ मेले का आज तीसरा प्रमुख स्नान है। मौनी अमावस्या के प्रमुख स्नान को लेकर अखाड़ों के महंतों और अनुयायियों का पहुंचना लगातार जारी है। इस मौके पर तीर्थों के तीर्थ कहे जाने वाले संगम नगरी प्रयागराज में लोग घाटों पर मोक्ष
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प्रयागराज: माघ मेला का आज तीसरा बड़ा स्नान, जानिए मौनी अमावस्या का महत्व…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। प्रयागराज में श्रद्धालुओं का भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा है। माघ मेले का आज तीसरा प्रमुख स्नान है। मौनी अमावस्या के प्रमुख स्नान को लेकर अखाड़ों के महंतों और अनुयायियों का पहुंचना लगातार जारी है। इस मौके पर तीर्थों के तीर्थ कहे जाने वाले संगम नगरी प्रयागराज में लोग घाटों पर मोक्ष की डुबकी लगाएंगे। बुधवार रात 12:00 बजे से ही प्रयागराज संगम पर श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। प्रातः 4:00 बजे से हर हर गंगे व हर हर महादेव के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं ने स्नान दान प्रारंभ कर दिया।

भारी भीड़ को देखते हुए मेला प्रशासन ने 8 घाटों पर स्नान की व्यवस्था की है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। एटीएस ,एनडीआरएफ ,एसडीआरएफ व जल पुलिस के अलावा सिविल पुलिस को तैनात किया गया है। पूरे मेला क्षेत्र की ड्रोन कैमरों से निगरानी हो रही है। मान्यता है कि संगम तट पर और गंगा नदी में देवताओं का वास रहता है। इसमें स्नान करना अधिक फलदाई माना जाता है।

इस साल मकर राशि में ग्रहों का दुर्लभ संयोग बनने के कारण इसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है। शास्त्रों में मौनी अमावस्या के दिन सुबह से मौन व्रत रखते हुए ध्यान चिंतन आदि करना अति उत्तम माना गया है। पूरे साल में 12 अमावस्या होती हैं। इनमें मौनी अमावस्या का अपना बेहद खास महत्व है। इस दिन तिल ,तेल ,सूखी लकड़ी, कपड़े ,गर्म वस्त्र ,कंबल और जूते दान करने का विशेष महत्व है।

मौनी अमावस्या पर संगम में लगभग 40 लाख श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है। ऐसे में भीड़ को देखते हुए अक्षय वट के दर्शन पर रोक लगा दी गई है। मेला परिक्षेत्र में झूले व अन्य मनोरंजन के साधनों को भी बंद कराया गया है। मेला प्रबंधक विवेक शुक्ला का कहना है कि एक जगह बहुत भीड़ रूकने ना पाए इसलिए यह निर्णय लिया गया है।

पूरे स्नान के समय 24 घंटे मेडिकल सेवाएं वहां उपलब्ध रहेंगी। सभी घाटों पर एंबुलेंस और मेडिकल की टीमों को तैनात किया गया है। मरीजों के इलाज और कोविड जांच की व्यवस्था भी की गई है। वहीं शहर के बेली और एसआरएन अस्पताल में 20- 20 बेड रिजर्व रखे गए हैं। मेला क्षेत्र के सभी 16 प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग से जांच की जा रही है