दिल्ली हिंसा पर सियासत: कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर मढ़ रहे बवाल का आरोप

न्यूज टुडे नेटवर्क। गणतंत्र दिवस के दिन 26 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा किसानों और पुलिस जवानों के बीच हुए संघर्ष के बाद कांग्रेस और भाजपा आमने सामने आ गए हैं। दोनों दलों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि दिल्ली हिंसा के लिए अमित शाह जिम्मेदार हैं।
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दिल्ली हिंसा पर सियासत: कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर मढ़ रहे बवाल का आरोप

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। गणतंत्र दिवस के दिन 26 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा किसानों और पुलिस जवानों के बीच हुए संघर्ष के बाद कांग्रेस और भाजपा आमने सामने आ गए हैं। दोनों दलों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि दिल्ली हिंसा के लिए अमित शाह जिम्मेदार हैं। जवाबी हमले में भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी ने किसानों को उकसाया। दरअसल राजधानी में हुई हिंसा के बाद देश भर की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली हिंसा के लिए गृहमंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं। उन्हें तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि देश की खुफिया एजेंसियां और गृह मंत्रालय क्या कर रहा था। क्या यह मोदी सरकार की नाकामयाबी नहीं है। कांग्रेस के आरोपों को नकारते हुए जवाबी हमले में भाजपा ने कहा कि जो लोग चुनाव में हार गए थे वह मिलकर देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी सिर्फ किसानों के साथ ही नहीं थे बल्कि उन्हें उकसा भी रहे थे।

कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए हिंसा की साजिश रची गई थी। उपद्रवियों की अगुवाई कर रहे लोगों को छोड़कर किसान नेताओं पर मुकदमे किए गए। इससे मोदी सरकार और उपद्रवियों की मिलीभगत सभी के सामने है। सुरजेवाला ने कहा कि ऐसे आंदोलनों को खत्म करने के लिए सरकार ने खास नीति बना रखी है। पहले बातचीत के नाम पर लोगों को हताश करते हैं और फिर फूट डालो राज करो की नीति पर काम करते हैं।

कांग्रेस के आरोपों के जवाब में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस से जुड़ी संस्थाओं के ट्वीट देखें इनमें कहा गया है कि अहिंसक मार्च को हिंसक बनाने की कोशिश हो रही है। लाल किले पर जो हुआ क्या यह अहिंसक था। जावड़ेकर ने कहा कि पुलिस वाले जख्मी हुए हैं, कई आईसीयू में है और कांग्रेसी मार्च को अहिंसक बता रही है। जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस की रणनीति है पहले पुलिस फायरिंग करें और फिर माहौल भड़काया जाए।

कांग्रेस और कम्युनिस्टों को चिंता है कि परिवारों के राज्य का क्या होगा। आज कांग्रेस हर जगह हिंसा को उकसा रही है। दिल्ली पुलिस की पीठ थपथपाते हुए जावड़ेकर ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने संयम से काम लिया। उनके पास हथियार थे लेकिन उन्होंने इस्तेमाल नहीं किए। तलवार से हमला हुआ, डंडे मारे गए गए। फिर भी पुलिस ने संयम नहीं तोड़ा। इसके बाद भी थोड़े समय में ही अशांति पर काबू पा लिया गया।