पिथौरागढ़-देवभूमि के इस जांबाज ने हिजबुल मुजाहिदीन के मुख्य कमांडर को किया था ढेर, अब सेना ने दिया ये खास मेडल

पिथौरागढ़-उत्तराखंड सैन्य बाहुल्य क्षेत्र है। यहां एक से बढक़र एक वीर पैदा हुए है। भारत मां के कई वीरों ने दुश्मनों को धूल चटाई है। युद्ध में कई मेडल अपने नाम किये है। ऐसे में उत्तराखंड के एक और जांबाज को सेना मेडल दिया गया है। थल के मडग़ांव निवासी तीन राजपूत रेजीमेंट में हवलदार
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पिथौरागढ़-देवभूमि के इस जांबाज ने हिजबुल मुजाहिदीन के मुख्य कमांडर को किया था ढेर, अब सेना ने दिया ये खास मेडल

पिथौरागढ़-उत्तराखंड सैन्य बाहुल्य क्षेत्र है। यहां एक से बढक़र एक वीर पैदा हुए है। भारत मां के कई वीरों ने दुश्मनों को धूल चटाई है। युद्ध में कई मेडल अपने नाम किये है। ऐसे में उत्तराखंड के एक और जांबाज को सेना मेडल दिया गया है। थल के मडग़ांव निवासी तीन राजपूत रेजीमेंट में हवलदार रवींद्र सिंह रौतेला पुत्र खुशाल सिंह रौतेला को अदम्य साहस और बहादुरी के लिए सेना मेडल दिया गया।

बता दें कि जांबाज हवलदार रवींद्र को यह सम्मान जम्मू कश्मीर में 15 जनवरी को डोडा इलाके में बर्फ से ढकी पहाड़ी पर भाग रहे हिजबुल मुजाहिदीन के 15 लाख के इनामी मुख्य कमांडर को मार गिराने के लिए मिला है। 27 फरवरी को जम्मू कश्मीर में लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने एक सम्मान समारोह में हवलदार रवींद्र सिंह रौतेला को वीरता का अलंकरण सेना मेडल देकर सम्मानित किया। रवींद्र के पिता पूर्व सैनिक हवलदार खुशाल सिंह ने बेटे की सफलता पर खुशी जताई।