पर्यटन स्थल छत्तीसगढ़ – जानिए यहां की खूबसूरती के बारे में , क्या है खास
पर्यटन स्थल छत्तीसगढ़ – छत्तीसगढ़ भारत का दसवां सबसे बड़ा और सोलहवां सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है। छत्तीसगढ़ में कई ऐसे स्थल हैं जो विभिन्न कारणों से पर्यटन हेतु महत्वपूर्ण हैं, जो आज सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र बनता जा रहा है। अपनी अनुपम छटा, दुर्लभ वन्यजीव संपदा व प्राचीन मंदिरों से सजा यह राज्य अपने आप में अद्भुत सौन्दर्य समेटे हुए है। छत्तीसगढ़ प्राकृतिक सुंदरता से भरा पड़ा है। हरे भरे जंगल, सुंदर और सुरम्य झरने, अठखेलियां करती हुई नदियां बरबस ही अपनी ओर ध्यान आकर्षित करती हैं। सबसे महत्वपूर्ण है छत्तीसगढ़ में रहने वाले आदिवासी, जो पर्यटकों के लिए बहुत बड़ा आकर्षण का केंद्र हैं। धान की खेती प्रचुर मात्रा में होने के कारण इस प्रदेश को धान का कटोरा भी कहते हैं। प्रसिद्ध पंडवानी कलाकार तीजनबाई के कारण भी इस प्रदेश ने ख्याति प्राप्त की है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ की राजधानी है रायपुर ।
चित्रकोट जल प्रपात
चित्रकोट जलप्रपात को भारत का नियाग्रा फाल्स कहा जाता है। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में इंद्रावती नदी पर स्थित यह एक सुन्दर जलप्रपात है। हालांकि छत्तीसगढ़ में बहुत से जलप्रपात हैं, लेकिन चित्रकोट सबसे बड़ा है। यह जलप्रपात पौन किलोमीटर चौड़ा है और 90 फीट ऊंचा है। रोचक बात यह है कि इस झरने का शोर इतना ज्यादा होता है कि वहां और कोई आवाज सुनाई नहीं देती। इस झरने को देखकर कोई भी मुग्ध हो सकता है।
मैनपाट
छत्तीसगढ़ के शिमला के नाम से चर्चित मैनपाट की खूबसूरती देखते ही बनती है। यह अंबिकापुर से 75 किमी दूरी पर है और छत्तीसगढ़ का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यहां प्रकृति मेहरबान है और यही कारण है कि यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। मैनपाट में आपको बौद्ध संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
बारनवापारा अभयारण्य
राजधानी रायपुर से महज 100 किमी की दूरी पर स्थित यह अभयारण्य छत्तीसगढ़ में पर्यटकों के लिए प्रमुख स्थल है। यहां के बार और नवापारा के घने जंगलों में बसे जानवरों को देखने का मौका मिल सकता है। जंगली भैंस, नीलगाय और जंगली मोर जैसे कई पशु-पक्षी यहां देखने को मिलते हैं।
भोरमदेव मंदिर
खूबसूरती से उकेरी कामुक प्रतिमाओं के कारण इसे छत्तीसगढ़ का खजुराहो भी कहा जाता है। इतिहास को खूबसूरती से बयां करते इस मंदिर की अपनी अलग सांस्कृतिक पहचान है। यह छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। यह प्रदेश की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति को दर्शाता है। यह मंदिर नगर शैली में बनाया गया है। मंदिर में स्थित शिव लिंग वास्तुकला का सुंदर नमूना है। मंदिर की बाहरी दीवार पर 54 कामुक मुद्राओं में मूर्तियां सजी हैं।
नया रायपुर
बेहद ही खूबसूरती से बनाया गया नया रायपुर आपको जरूर लुभाएगा। यहां झील के साथ-साथ कई ऐसे मंदिर भी हैं, जो घूमने योग्य हैं। नया रायपुर के पास ही आप जंगल सफारी का मजा भी ले सकते हैं।
राजिम
रायपुर से ही 49 किमी दूर दक्षिण-पूर्व में है राजिम। राजिम के कुम्भ की चर्चा पूरे देश में होती है। यहां महानदी, पैरी व सोन्दुर नदियों का संगम होता है। इसे देश का पांचवा सबसे बड़ा कुम्भ कहा जाता है। जिसके कारण राजिम को छत्तीसगढ़ का प्रयाग भी कहा जाता है। राजिम को छत्तीसगढ़ का प्रयाग भी कहा जाता है। यहीं पर 8वीं 9वीं शताब्दी के मध्य बना एक विष्णु मंदिर है यह मंदिर राजिवलोचना के नाम से जाना जाता है। राजिम से ही करीब 10 किमी दूरी पर स्थित वैष्णव पंथ के गुरू महाप्रभु वल्लभाचार्य की जन्मस्थली चम्पारन है । यहां हर साल जनवरी फरवरी के माह में मेला लगता है। है।
अचानकमार टाइगर रिजर्व
छत्तीसगढ़ का अभयारण्य बिलासपुर से महज 45 किमी की दूरी पर है। यह एक घना जंगल है, जहां शेर दिखना एक आम बात माना जाता है। खूबसूरत जंगल और जंगली जानवरों का राज इस टाइगर रिजर्व को एक रोमांचक पर्यटन स्थल बनाता है। यहां आप चीता, लोमड़ी, जंगली सुअर, भालू, हिरन, आदि सभी दुलर्भ प्रजातियां देख सकते हैं। यहां के प्रमुख आकर्षण हैं तीतागढ़ जलप्रपात, कैलाश गुफा आदि।
जंगल सफारी-नन्दन वन
यदि आप छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों के बारे में जानना चाहते हैं और इन जगहों पर घूमना चाहते हैं,तो आप एशिया का मानव निर्मित सबसे बड़ा जंगल सफारी जरूर जाइए। जंगल सफारी नया रायपुर में ही स्थित है जो कि 900 एकड़ के दायरे में फैला हुआ है। आपको यहां प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ जंगली जानवरों का भी दर्शन होगा, जो कि जंगल मे आपको घूमते मिल जाएंगे। मुक्तांगन पुरखौती छत्तीसगढ़ के प्राचीन संस्कृति को प्रदर्शित करता यह बहुत ही सुंदर म्यूजियम है। यहां पर छत्तीसगढ़ के लोक नृत्यों,शिकार करने के तरीके,छत्तीसगढ़ के वीर सपूतों के साथ-साथ प्राचीन शिल्पकलाओं को दिखाया गया है। यह लगभग 200 एकड़ में फैला हुआ है और नया रायपुर में ही है। इसका उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति डॉ.ए पी जे अब्दुल कलाम ने किया था।
कैसे पहुंचे छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में एक घरेलू हवाई अड्डा है जो कि देश के लगभग सभी हवाई अड्डों से जुड़ा है। इंडियन एयरलाइंस छत्तीसगढ़ से देश के अन्य हिस्सों से नियमित उड़ानें संचालित करती है। छत्तीसगढ़ के दो प्रमुख रेलवे स्टेशन रायपुर और बिलासपुर इस राज्य को देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों से जोड़ते हैं। छत्तीसगढ़ में सडक़ नेटवर्क भी शानदार है। एनएच 6, एनएच 16 और एनएच 43 राजमार्ग छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ते हैं। मानसून में औसत वर्षा होती है। पर्यटक नवंबर से जनवरी के बीच यहाँ की सैर कर सकते हैं। यह समय यहाँ की यात्रा के लिए उत्तम होता है।
छत्तीसगढ़ देश के प्राय: सभी प्रमुख नगरों से सडक़ मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। यह रेलमार्ग द्वारा विशाखापट्टनम, हावड़ा, इलाहाबाद व मुंबई से जुड़ा है। अगर आप हवाईजहाज से यात्रा करते हैं तो नागपुर, मुंबई व भुवनेश्वर से रायपुर के लिए उड़ाने सुलभ हैं।