पंचायत चुनाव: माहौल खराब करने वालों की खैर नहीं, जानिए कौन सी तीसरी आंख कर रही गांव-गांव निगरानी

न्यूज टुडे नेटवर्क। पंचायत चुनावों में गड़बड़ी फैलाने वालों से लेकर गांवों में माहौल खराब करने वालों को लेकर सरकार की तीसरी आंख ने निगरानी शुरू कर दी है। जी हां सरकार ने खुफिया तंत्र को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया। साल 2021 मार्च के बाद ही पंचायत चुनाव होने की पूरी संभावना है।
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पंचायत चुनाव: माहौल खराब करने वालों की खैर नहीं, जानिए कौन सी तीसरी आंख कर रही गांव-गांव निगरानी

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। पंचायत चुनावों में गड़बड़ी फैलाने वालों से लेकर गांवों में माहौल खराब करने वालों को लेकर सरकार की तीसरी आंख ने निगरानी शुरू कर दी है। जी हां सरकार ने खुफिया तंत्र को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया। साल 2021 मार्च के बाद ही पंचायत चुनाव होने की पूरी संभावना है। पंचायत चुनावों में सुरक्षा को लेकर सरकार ने गृह विभाग को आदेश जारी कर दिया है। सरकारी आदेश में कहा गया है कि पुलिस गांवों में जाकर अभी से खुराफातियों को चिन्हित कर ले। ताकि पंचायत चुनावों में किसी प्रकार की कोई गडबड़ी ना फैल सके।

पुलिस के अलावा गुप्‍त रूप से सादा वर्दी में खुफिया पुलिस के जवानों को भेजा जा रहा है। ये खुफिया पुलिस के लोग पंचायत चुनावों में खड़े होने वाले उम्‍मीदवारों से लेकर गांवों के प्रत्‍येक अच्‍छे बुरे आदमी पर नजर रखेंगे। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पर ये खुफिया पुलिस तुरंत स्‍थानीय पुलिस के साथ मिलकर त्‍वरित कार्रवाई को अंजाम देंगे।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव धीरे धीरे अपने रंग में आ रहा है। पूरी संभावना है कि मार्च 2021 में पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग हो जाए। सरकार भी तेजी दिखा रही है। जहां वह वोटिंग लिस्ट दुरुस्त कर रही है वहीं गांव में कोई विवाद न घट जाए इस पर तमाम खुफियां एजेंसियां निगाहें रखे हुई हैं। चुनाव के दौरान कहीं कोई घटना ना घटित हो, इसलिए पहले से ही एहतियात बरती जा रही है।

पंचायत चुनाव के मद्देनजर गांव में खुफिया विभाग की नजर ऐसे लोगों पर है जो अचानक अमीर बन गए। जातीय विवाद, जमीन विवाद, धर्मस्थल विवाद के मामलों पर भी सतर्कता से काम हो रहा है। पंचायत चुनाव में क्या विवाद हो सकता है, इसका पूर्वानुमान लगाते हुए पहले से सूचना मांगी गई है। पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस से लेकर खुफिया एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हो गई हैं। पंचायत चुनावों के ठीक एक साल बाद ही विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए इनकी महत्ता और बढ़ जाती है। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि पंचायत चुनाव की वजह से गांवों से सूचनाएं एकत्र कराई जा रही हैं। एलआईयू और इंटेलिजेंस इकाइयां भी इस पर काम कर रही हैं।

पुलिस को छोटे से छोटे विवाद को गंभीरता से लेकर उस पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। क्योंकि कई बार छोटे से छोटा विवाद जरा सी लापरवाही की वजह से बड़ा बवाल बन जाता है। जिसको बाद में संभालने में काफी परेशानियां आती हैं। सर्दी की रातें और चुनाव की सरगर्मी को देखते हुए पुलिस को रात में लगातार कष्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि खुराफाती रात के अंधेरे में कोई ऐसी घटना कर सकते हैं। जिससे गांव का माहौल खराब हो सकता है।