विरोध: वाराणसी में पूर्व सपा पार्षद ने घर के आगे ही कीलें और कंटीला तार बिछाकर कर दी किलेबंदी, जानिए, वजह…

न्यूज टुडे नेटवर्क। वाराणसी में सपा के पूर्व पार्षद ने भाजपा का राजनीतिक विरोध करने के लिए नायाब तरीका निकाला है! पूर्व पार्षद ने अपने घर के बाहर कीलें बिछवाकर तगड़ा कटीला तार लगा दिया है। पूर्व पार्षद ने घर के बाहर एक पोस्टर भी लिखवाया है। इस पोस्टर पर लिखा है NO ENTRY FOR
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विरोध: वाराणसी में पूर्व सपा पार्षद ने घर के आगे ही कीलें और कंटीला तार बिछाकर कर दी किलेबंदी, जानिए, वजह…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। वाराणसी में सपा के पूर्व पार्षद ने भाजपा का राजनीतिक विरोध करने के लिए  नायाब तरीका निकाला है! पूर्व पार्षद ने अपने घर के बाहर कीलें बिछवाकर तगड़ा कटीला तार लगा दिया है। पूर्व पार्षद ने घर के बाहर एक पोस्टर भी लिखवाया है। इस पोस्टर पर लिखा है NO ENTRY FOR BJP पूर्व पार्षद बताते हैं कि किसान आंदोलन का विरोध करने के लिए उन्होंने ऐसा काम किया है।

एक ओर कृषि बिलों के विरोध को लेकर पिछले 72 दिनों से राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन कर रहे हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर लोहे की कील लगाकर किला बना दिया गया है। इसको लेकर अब धर्म नगरी वाराणसी में भी विरोध शुरू हो गया है। शुक्रवार को मिसिर पोखरा मोहल्ले के निवासी सपा के पूर्व पार्षद रवि कांत विश्वकर्मा ने घर के बाहर किसानों के समर्थन में किलेबंदी कर दी। उन्होंने अपने घर के बाहर दिल्ली बॉर्डर की तरह कीलें बिछाई और कटीले तार लगाकर पोस्टर लगाया जिसमें NO ENTRY FOR BJP लिखा है।

उनके प्रदर्शन में परिवार के अन्य लोग भी शामिल हुए। पूर्व पार्षद रवि कांत विश्वकर्मा ने बताया कि दिल्‍ली की तरह घर के बाहर किलाबंदी कर दी गई है। 70 दिनों से ज्यादा हो गए हैं ठंड में किसान आंदोलन कर रहे हैं। सरकार बातचीत के बजाय उन को रोकने के लिए आ रही है। किसान देश के अन्नदाता हैं।

उनका अपमान हम सहन नहीं करेंगे। इसीलिए बीजेपी नेताओं का घर में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मेरा पूरा परिवार किसानों के समर्थन में उनके साथ खड़ा है। बॉर्डर पर आंदोलन के दौरान किसानों की मौतें हो रही हैं। किसानों की मौत पर भी मोदी सरकार नहीं पिघल रही है। पूर्व पार्षद ने आरोप लगाया की वार्ता और मुद्दे को सुलझाने की बजाय दमनकारी नीति को अपनाकर भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झुकने को तैयार नहीं है।