देहरादून- प्रदेश में अब रह जायेेंगे केवल 16304 गांव, जानिये क्या है इसके पीछे की वजह

देहरादून-न्यूज टुडे नेटवर्क- अगर आपकों हैंडिंग पढक़र कुछ अटपटा लग रहा है कि उत्तराखंड में गांव कम हो रहे है। ये एकदम सही जानाकारी है। नये परिसीमन के बाद अब प्रदेश में गांवों की संख्या 16304 रह जायेंगे। क्योंकि नये परिसीमन केस प्रदेश के करीब 370 गांव शहर का हिस्सा बन चुके है। जिसके बाद
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देहरादून- प्रदेश में अब रह जायेेंगे केवल 16304 गांव, जानिये क्या है इसके पीछे की वजह

देहरादून-न्यूज टुडे नेटवर्क- अगर आपकों हैंडिंग पढक़र कुछ अटपटा लग रहा है कि उत्तराखंड में गांव कम हो रहे है। ये एकदम सही जानाकारी है। नये परिसीमन के बाद अब प्रदेश में गांवों की संख्या 16304 रह जायेंगे। क्योंकि नये परिसीमन केस प्रदेश के करीब 370 गांव शहर का हिस्सा बन चुके है। जिसके बाद नये सिरे से होने वाले पुनर्गठन में ग्राम पंचायतों का कम होना लगलग तय है। प्रदेश का पंचायती राज विभाग अब ग्राम ग्रामए क्षेत्र व जिला पंचायतों के पुनर्गठन व परिसीमन का काम 26 नवंबर से शुरू करेगा। इसके साथ ही वर्ष 2019 में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए कसरत शुरू कर दी गई है। वही नगर निकायों के परिसीमन के बाद अब गांवों को लेकर तस्वीर साफ हो गई है।

देहरादून- प्रदेश में अब रह जायेेंगे केवल 16304 गांव, जानिये क्या है इसके पीछे की वजह

7950 हैं ग्राम पंचायतों की संख्या

गौरतलब है कि 40 नगर निकायों में 345 गांव शामिल किए गए हैं, जबकि रुडक़ी नगर निगम में 24 गांवों को सम्मिलित करने का प्रस्ताव है। जिससे साफ होता है कि त्रिस्तरीय पंचायतों ;ग्राम, क्षेत्र व जिला पंचायत का आकार भी घटना-बढऩा तय है। त्रिस्तरीय पंचायतों के पुनर्गठन कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके लिए बकायदता पंचायती राज विभाग की ओर से शासनादेश भी निर्गत कर दिया गया है। राज्य में ग्राम पंचायतों की संख्या 7950 है, लेकिन अब बदली परिस्थितियों में इनकी संख्या भी घटेगी। ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन से संबंधित 26 नवंबर से 24 दिसंबर तक चलेगा। इसी प्रकार 26 दिसंबर से आठ जनवरी तक क्षेत्र व जिला पंचायतों का पुनर्गठन होगा। जिसके बाद गांवों की संख्या घट जायेगी।