
BAREILLY: हिंसा से पीड़ित महिलाओं की मदद के लिए यूपी में भी वन स्टॉप सेंटर योजना चल रही है। ज़िले के नए अस्पताल में ये सेवा चलाई जा रही है। भारत सरकार ने हिंसा (Violence) से प्रभावित महिलाओं की मदद करने के लिए 1 अप्रैल 2015 को वन स्टॉप सेंटर (One Stop Center) योजना लागू की थी। जिसके ज़रिए देश के अलग अलग राज्यों में हिंसा से प्रभावित महिलाओं की मदद की जा सकती है।
वन स्टॉप सेंटर में एक ही छत के नीचे पीड़ित और संकटग्रस्त महिलाओं को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं व सहायता मिलती है। वन स्टॉप सेंटर की शुरूआत पांच बेड के साथ मार्च 2016 में हुई थी। सेंटर मैनेजर (Center Manager) सौम्या वर्मा ने बताया कि अब तक इस सेंटर में क़रीब 1500 महिलाओं को ठीक किया जा चुका है। लेकिन इस सेंटर में हमें कोई भी पीड़ित महिला नज़र नहीं आई, मगर हमने जब अंदर की व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया, तो हमने पाया कि इस सेंटर पर दी जाने वाली सारी व्यवस्थायें ठीक हैं।
सौम्या वर्मा ने बताया की बरेली के नए ज़िला अस्पताल में बने इस वन स्टॉप सेंटर में चिकित्सा सहायता दी जा रही है। इसके अलावा प्राथमिकी दर्ज करने के लिए सेंटर के अंदर ही एक पुलिस चौकी बनाई गई है। साथ ही सामाजिक समर्थन और परामर्श के लिए मनोवैज्ञानिक सहायता, कानूनी सहायता और परामर्श दिए जाने की व्यवस्था है। इसमें महिलाओं को 5 दिन के लिए शरण दी जाती है। वहीं लाइब्रेरी (Library) भी मुहैया कराई गई है।
वन स्टॉप सेंटर योजना को निर्भया फंड (Nirbhaya Fund) के जरिये वित्त पोषित किया जाता है। केंद्र सरकार इस योजना के तहत राज्य सरकार और केन्द्र शासित प्रदेश के प्रशासनों को 100% वित्तीय सहायता प्रदान करती है। वन स्टॉप सेंटर ने हिंसा जैसी कई दिक्कतों से निज़ात पाने के लिए हेल्पलाइन नम्बर 181 भी जारी किया है। जिसका इस्तेमाल आप कभी भी सकते हैं।