अब पहाड़ों में शराबी चालकों पर ऐसे कसी जा सकेगी लगाम, इस कॉलेज के छात्रों ने किया ये अनोखा आविष्कार

Road Accident, पहाड़ों में चालकों की शराब की लत के कारण लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय ने अनोखी पहल की है। विश्वविद्यालय ने एक ऐसी डिवाइस तैयार की है, जिसका सेंसर चालक के शराब पीते ही काम शुरू कर देगा। जिससे चालक के नशे में होने का
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अब पहाड़ों में शराबी चालकों पर ऐसे कसी जा सकेगी लगाम, इस कॉलेज के छात्रों ने किया ये अनोखा आविष्कार

Road Accident, पहाड़ों में चालकों की शराब की लत के कारण लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय ने अनोखी पहल की है। विश्वविद्यालय ने एक ऐसी डिवाइस तैयार की है, जिसका सेंसर चालक के शराब पीते ही काम शुरू कर देगा। जिससे चालक के नशे में होने का पता चल सकेगा। बता दें कि अल्मोड़ा में उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय खुले दो साल हो गए हैं। अपनी स्थापना से ही ये विश्वविद्यालय छात्रों के साथ नए-नए प्रयोगों में जुटा हैं। ऐसे में इस डिवाइस को तैयार करने पर छात्रों का भी अहम रोल हैं। छात्रों को भरोसा है कि तैयार डिवाइस जहां सड़क हादसों पर लगाम लगाएगी, वहीं रोजगार के दरवाजे भी खोलेगी।

टेस्ट के लिए भेजा गया जापान

दरअसल सड़क हादसों में कमी लाने के लिए पुलिस विभाग द्वारा शराब पीकर ड्राइविंग करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के दावे सब खोखले नजर आए है। लेकिन अब शराबी चालकों पर शिकंजा कसने के लिए उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय ने एक अनोखी डिवाइस तैय़ार की है। जिस भी गाड़ी में ये मौजूद होगी उसका चालक अगर शराब पीया होगा तो गाड़ी एक इंच भी आगे नहीं बढ़ेगी। बता दें कि ग्राफीन की मदद से तैयार की गई इस डिवाइस को यूनिवर्सिटी द्वारा टेस्ट के लिए जापान भेजा गया है।

कॉलेज लैब में सभी टेस्ट सफल

बता दें कि ये डिवाइस शराबी चालकों पर लगाम कसने के साथ ही गाड़ी चलाने के दौरान चालक के नींद लगने पर भी गाड़ियों के पहिए जाम कर देगी। विश्वविधालय ने अपनी लैब में इस डिवाइस का टेस्ट कर लिया है। साथ ही ऑटोमोबाइल कम्पनियों से इसके कमर्शियल टेस्ट के लिए संपर्क भी साधा जा रहा है।