नीति आयोग की बैठक: कोरोना काल की कार्यक्षमता से दुनिया में भारत की सकारात्मक छवि बनी: मोदी

न्यूज टुडे नेटवर्क। नीति आयोग की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि प्राइवेट सेक्टर की ऊर्जा का सभी को सम्मान करना चाहिए। कहा कि कोविड के दौरा देखा कि कैसे केन्द्र और राज्य सरकारों ने कोरोना संकट से मुक्ति के लिए एक साथ काम किया। इससे विश्व स्तर पर भारत की सकारात्मक
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नीति आयोग की बैठक: कोरोना काल की कार्यक्षमता से दुनिया में भारत की सकारात्मक छवि बनी: मोदी

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। नीति आयोग की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि प्राइवेट सेक्‍टर की ऊर्जा का सभी को सम्‍मान करना चाहिए। कहा कि कोविड के दौरा देखा कि कैसे केन्‍द्र और राज्‍य सरकारों ने कोरोना संकट से मुक्ति के लिए एक साथ काम किया। इससे विश्‍व स्‍तर पर भारत की सकारात्‍मक छवि का प्रदर्शन हुआ है। पीएम ने कहा कि केन्‍द्र और राज्‍य एक साथ मिलकर काम करें, उनका एजेंडा केवल विकास ही होना चाहिए।

कहा कि सहकारी संघवाद को और अधिक सार्थक बनाना और यही नहीं हमें प्रयत्न पूर्वक प्रतिस्पर्धी सहकारी संघवाद को न सिर्फ राज्यों के बीच, बल्कि डिस्ट्रिक्ट तक ले जाना है। ताकि विकास की स्पर्धा निरंतर चलती रहे। मोदी ने कहा कि साल 2014 से ग्रामीण और शहरी भारत में 2.4 करोड़ से अधिक घर बनाए गए हैं। एक और पहल चल रही है जिसमें भारत में छह राज्यों में आधुनिक तकनीक से मकान बनाए जा रहे हैं। कुछ महीनों में नए मॉडल के साथ मजबूत घर बनाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के अस्तित्व में आने के बाद से पिछले 18 महीनों में ही 3.5 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को पाइप कनेक्शन के साथ जोड़ा गया है। भारत नेट योजना भी हमारे गांवों को इंटरनेट से जोड़ने के लिए एक प्रमुख परिवर्तनशील सुविधा बन गई है। ऐसी सभी योजनाओं में केंद्र और राज्य मिलकर काम करेंगे तो काम की गति भी बढ़ेगी।

बताया कि हम ये भी देख रहे हैं कि कैसे देश का प्राइवेट सेक्टर, देश की इस विकास यात्रा में और ज्यादा उत्साह से आगे आ रहा है। सरकार के नाते हमें इस उत्साह का, प्राइवेट सेक्टर की ऊर्जा का सम्मान भी करना है और उसे आत्मनिर्भर भारत अभियान में उतना ही अवसर भी देना है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान, एक ऐसे भारत का निर्माण का मार्ग है जो न केवल अपनी आवश्यकताओं के लिए बल्कि विश्व के लिए भी उत्पादन करे और ये उत्पादन विश्व श्रेष्ठता की कसौटी पर भी खरा उतरे।

कहा कि देश ने तेज गति से आगे बढ़ने और समय बर्बाद न करने का मन बना लिया है। युवाओं ने इस परिवर्तन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत का निजी क्षेत्र भी ऊर्जा के साथ आगे आ रहा है।