सूरज के उजाले से जगमग होंगी रात, बरेली में लगने जा रहा यूपी का सबसे बड़ा इस एनर्जी का प्लांट, जानिए योजना…

न्यूज टुडे नेटवर्क। शहर की सड़कों पर रात को भी सूरज की रोशनी अपनी छटा बिखेरेगी। इसके लिए सीबीगंज के गांव नदोसी में सोलर एनर्जी प्लांट लगाया जाएगा। स्मार्ट सिटी की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बननी शुरू हो गई है। इस प्लांट से शहर की स्ट्रीट लाइटों
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सूरज के उजाले से जगमग होंगी रात, बरेली में लगने जा रहा यूपी का सबसे बड़ा इस एनर्जी का प्लांट, जानिए योजना…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। शहर की सड़कों पर रात को भी सूरज की रोशनी अपनी छटा बिखेरेगी। इसके लिए सीबीगंज के गांव नदोसी में सोलर एनर्जी प्लांट लगाया जाएगा। स्मार्ट सिटी की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बननी शुरू हो गई है। इस प्लांट से शहर की स्ट्रीट लाइटों को बिजली दी जाएगी। प्रदेश का यह सबसे बड़ा सोलर एनर्जी प्लांट होगा।

बरेली स्मार्ट सिटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में बीते दिनों सोलर एनर्जी प्लांट लगाने के लिए 24 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। सीबीगंज के नदोसी गांव में दो मेगावॉट का सोलर एनर्जी प्लांट लगाया जाएगा। इसके लिए वहां सौर ऊर्जा के संरक्षित कर बिजली में बदलने को पैनल व उपकरण लगेंगे। बिजली का उत्पादन करने के साथ ही उससे शहर की सभी स्ट्रीट लाइटें जलाए जाने की योजना है।

सड़क किनारे लगे बिजली के खंभों पर एक तार बिछाकर सप्लाई दी जाएगी। उसी से सभी एलईडी लाइटों और सोडियम लाइटों को जोड़ा जाएगा। स्मार्ट सिटी कंपनी के महाप्रबंधक संजय चौहान ने बताया कि प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू कराने की तैयारी है। प्लांट लगाने के लिए नदोसी में व्यवस्था की जाएगी। नेडा को डीपीआर बनाने के लिए कहा है।

करीब दस से 14 करोड़ बचेगा सालाना

नगर निगम स्ट्रीट लाइटों के जरिए शहर की पथ प्रकाश व्यवस्था को बनाए हुए हैं। इस व्यवस्था में हर साल करीब 10 से 14 करोड़ रुपये नगर निगम का खर्च हो जाता है। सोलर एनर्जी से स्ट्रीट लाइटें जलने से नगर निगम का यह खर्च बचेगा। इसके बाद अगर बिजली बची तो उसे बेंचा भी जा सकेगा। इससे शहर की आमदनी बढ़ेगी।

सरकारी भवनों पर सोलर पैनल लगाकर तैयारी

शहर के करीब 17 सरकारी भवनों की छत पर सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। नगर निगम समेत अन्य कुछ विभागों में यह पैनल लग भी चुके हैं। इन पैनलों से साढ़े चार सौ किलोवाट से अधिक बिजली तैयार की जाएगी। इससे बिजली पर होने वाला विभागों का खर्च बचेगा।

ग्रीन एनर्जी के फायदे

ग्रीन एनर्जी का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि बिजली कट के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी। सोलर प्लांट के जरिए हमेशा बिजली उपलब्ध रहेगी। आवश्यकता अनुसार बिजली की सप्लाई की जाएगी। खास बात यह है कि सोलर पैनल लगाने वाली कंपनी को ही इसके रखरखाव का जिम्मा भी दिया जाएगा।

ये कहते हैं अफसर

स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ अभिषेक आनंद का कहना है कि सीबीगंज में सोलर एनर्जी प्लांट लगाया जाएगा। इसका प्रस्ताव नेडा से तैयार कराया जा रहा है। प्रोजेक्ट के तहत शहर की सभी एलईडी व सोडियम लाइटों को बिजली सप्लाई दी जाएगी। इससे निगम की बिजली का खर्च भी बचेगा।