हल्द्वानी- प्राईवेट स्कूलों से जुड़े ट्रांसपोर्ट कारोबारी पहुंचे एसडीएम कोर्ट, सीएम त्रिवेन्द्र से की ये मांग

कोरोनाकाल में महिनों चले लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक की प्रक्रिया पूरे देश में शुरु हो चुकी है। उत्तराखंड में भी अगस्त महा से अनलॉक-3 की नई गाइडलाइन लागू हो चुकी है। व्यापार को पटरी में लाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा काफी काम काजों को इसमें छूट दी गई है। लेकिन शिक्षण संस्थानों को
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हल्द्वानी- प्राईवेट स्कूलों से जुड़े ट्रांसपोर्ट कारोबारी पहुंचे एसडीएम कोर्ट, सीएम त्रिवेन्द्र से की ये मांग

कोरोनाकाल में महिनों चले लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक की प्रक्रिया पूरे देश में शुरु हो चुकी है। उत्तराखंड में भी अगस्त महा से अनलॉक-3 की नई गाइडलाइन लागू हो चुकी है। व्यापार को पटरी में लाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा काफी काम काजों को इसमें छूट दी गई है। लेकिन शिक्षण संस्थानों को खोले जाने का कोई फैसला अनलॉक-3 में नहीं लिया गया है। प्राईवेट स्कूल संचलाकों के साथ ही स्कूल से जुड़े ट्रांसपोर्ट कारोबारियों को भी फिलहाल कोई राहत सरकार द्वारा नहीं मिली है। ऐसे में ट्रांसपोर्ट कारोबारियों के सामने भारी आर्थिक संकट पैदा हो चला है।

ड्राईवरों एवं हेल्परों को मिले आर्थिक सहायता

हल्द्वानी में प्राईवेट स्कूलों से जुड़े दर्जनों ट्रांसपोर्ट कारोबारी आज हल्द्वानी के एसडीएम कोर्ट अपनी समस्या लेकर पुहंचे। इस दौरान उन्होंने एसडीएम विवेक राय के माध्यम से सूबे के मुखिया त्रिवेन्द्र सिंह रावत के समक्ष अपनी मांगे रखी। ट्रांसपोर्ट कारोबारियों की माने तो प्राईवेट स्कूलों के साथ ही बसों का संचालन भी बंद है। लेकिन बसों का ईधन के अलावा अन्य खर्ज अब उनकी जेब पर भारी पड़ने लगा है।

हल्द्वानी- प्राईवेट स्कूलों से जुड़े ट्रांसपोर्ट कारोबारी पहुंचे एसडीएम कोर्ट, सीएम त्रिवेन्द्र से की ये मांग

उन्होंने राज्य सरकार से स्कूल बसों का संचालन शुरु होने तक रोड टैक्स एवं बीमा माफ करने, परमिट और फिटनेस की अवधि को आगे बढ़ाने तथा बैंको में ऋण की माफी की मांग की है। ट्रांसपोर्ट कारोबारियों ने सरकार से स्कूल बस के ड्राईवरों एवं हेल्परों को भी आर्थिक सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया है। इस दौरान हुकुम सिंह कुंवर, विकल बवाड़ी, अभिषेक मित्तल, अनुराग पांडे आदी मौजूद रहें।