नई दिल्ली- भारत में इस भयंकर तुफान ने मचाई अफरा-तफरी, इतनी रफ्तार से बड़ रहा इन राज्यों की ओर
नई दिल्ली- न्यूज टुडे नेटवर्क: चक्रवाती तूफान फानी ओडिशा के तट पर पहुंच गया है। जिसके कारण यहां चलने वाली हवा की रफ्तार भी काफी तेज हो चुकी है। हैदराबाद के मौसम विभाग के मुताबिक, ओडिशा के पुरी में 245 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पुरी के तटों पर भूस्खलन शुरू हो रहा है। साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है।
आपदा प्रबंधन की टीम तूफान से निपटने के लिए तैयार है। फानी की वजह से रेल, सड़क और हवाई यातायात पर प्रभाव पड़ा है। पिछले 43 सालों में अप्रैल माह में भारत के पड़ोसी समुद्री क्षेत्र में उठा इतनी तीव्रता का यह पहला तूफान है। वही फानी तूफान के जमीन से टकराने के साथ ही तेज हवा और बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
HR Biswas, Director, Met Dept, Bhubaneswar: Extremely severe cyclone Fani landfall started at 8 AM. Some of the portion of the eye has already entered land area. It'll take 2 more hrs to complete landfall process. Landfall position is close to Puri. It'll continue upto 10.30 AM. pic.twitter.com/QaG2CGgmYg
— ANI (@ANI) May 3, 2019
फानी का कहर जारी
खबर के मुताबिक चक्रवाती तूफान ओडिशा से आगे बढ़ गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फानी चक्रवाती तूफान के मद्देनजर अपने सभी कार्यक्रम दो दिनों के लिए रद कर दिए हैं। आज वह तटीय क्षेत्र के पास खड़गपुर में रुकेंगी और कल और परसों स्थिति का स्वयं जायजा लेंगी। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार फोनी आज रात साढ़े आठ बजे तक पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र से टकराएगा। वही चक्रवाती तूफान फानी से निपटने के लिए 13 नेवी एयरक्राफ्ट विशाखापत्तनम में तैयार खड़े हैं, जिससे समय रहते क्षति का आकलन और राहत कार्य पूरा हो सके।
#WATCH Rain and strong winds hit Paradip, Odisha. #CycloneFani pic.twitter.com/YJZ7oCS191
— ANI (@ANI) May 3, 2019
पश्चिम तट की ओर बढ़ने की संभावनाएं
हैदराबाद के मौसम विभाग के मुताबिक, ओडिशा के पुरी में 245 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। इसके साथ ही तेज बारिश भी हो रही है। भूस्खलन के बाद इस तूफान का प्रभाव कम होने की संभावना है और इसके बाद इसके पश्चिम तट की ओर बढ़ने की संभावनाएं हैं। पारादीप मौसम विभाग के अधिकारी आर शुक्ला ने बताया कि लगभग सुबह 8 बजे शुरू हुए भूस्खलन की प्रक्रिया 2 घंटे में खत्म होने की उम्मीद है। इसके बाद इसके उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है, जो ओडिशा के सभी जिलों को कवर करता हुआ पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ेगा। सुबह 9 बजे हवा की गति 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दर्ज की गई है।