नई दिल्ली-पीएम मोदी ने मन की बात में कही ये बड़ी बात, ऐसे पहुंचेगा देश नई ऊंचाईयों पर

नई दिल्ली-आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से मन की बात की। कोरोनाकाल के दौरान तीसरी बार पीएम मोदी देश के लोगों को इस कार्यक्रम के जरिए संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत में पूरी मजबूती के साथ कोरोना वायरस की लड़ाई लड़ी जा रही है। लोगों से अपील करते हुए कहा
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नई दिल्ली-पीएम मोदी ने मन की बात में कही ये बड़ी बात, ऐसे पहुंचेगा देश नई ऊंचाईयों पर

नई दिल्ली-आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से मन की बात की। कोरोनाकाल के दौरान तीसरी बार पीएम मोदी देश के लोगों को इस कार्यक्रम के जरिए संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत में पूरी मजबूती के साथ कोरोना वायरस की लड़ाई लड़ी जा रही है। लोगों से अपील करते हुए कहा कि दो गज की दूरी के नियमों में  भी ढील न बरतें।

नई दिल्ली-पीएम मोदी ने मन की बात में कही ये बड़ी बात, ऐसे पहुंचेगा देश नई ऊंचाईयों पर

इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि हर जगह लोगों ने योग और उसके साथ-साथ आयुर्वेद के बारे में और ज्यादा जानना चाहा है, उसे अपनाना चाहा है। कितने ही लोग, जिन्होंने कभी योग नहीं किया, वो भी ऑनलाइन योग क्लास से जुड़ रहे हैं। देश में करोड़ों दशकों से एक बहुत बड़ी चिंता में रहते आए हैं। अगर बीमार पड़ गए तो क्या होगा। इस चिंता को दूर करने के लिए ही करीब डेढ़ साल पहले आयुष्मान भारत योजना शुरू की गई थी। कुछ ही दिन पहले आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की संख्या एक करोड़ पार हो गई है।

पीएम मोदी ने कहा कि लाखों श्रमिकों को, ट्रेनों, बसों से सुरक्षित ले जाना, उनके खाने-पाने की चिंता करना, हर जिले में क्वारंटीन केंद्रों की व्यवस्थाए सभी की टेस्टिंग, चेकअप, उपचार की व्यवस्थाए ये सब काम लगातार चल रहे हैं और बड़ी मात्रा में चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अभी जो फैसले लिए हैं उससे गांवों में रोजगार, स्वरोजगार, लघु उद्योगों से जुड़ी विशाल संभावनाएं खुली हैं। अगर हमारे गांव, कस्बे, जिले, राज्य, आत्मनिर्भर होते तो अनेक समस्याओं ने वो रूप नहीं लिया होता। जिस रूप में वो आज हमारे सामने हैं। मुझे पूरा भरोसा है आत्मनिर्भर भारत अभियान, इस दशक में देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

पीएम मोदी ने कहा कि तमाम सावधानियों के साथ, हवाई जहाज उडऩे लगे हैं। धीर-.धीरे उद्योग भी चलने शुरू हो गए हैं। अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा अब चल पड़ा है। ऐसे में हमें और ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है।